Ujjain News : उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। घट्टिया थाना क्षेत्र के ग्राम उज्जैनिया निवासी दसवीं कक्षा के छात्र ने पूरक आने पर गुरुवार दोपहर को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र का परिवार गांव में मंदिर की कलश यात्रा में शामिल होने के लिए गया था। मां घर लौटी तो पुत्र को फंदे पर लटके देखा था। जिसके बाद स्वजन उसे नीचे उतारकर उज्जैन स्थित निजी अस्पताल ले गए थे। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि शिवराज पुत्र नरेंद्रसिंह उम्र 15 वर्ष निवासी ग्राम उज्जैनिया घट्टिया कक्षा दसवीं का छात्र था और गांव में स्थित शासकीय स्कूल में पढ़ता था। गुरुवार को दसवीं कक्षा का परिणाम घोषित किया गया था। जिसमें शिवराजसिंह को सामाजिक विज्ञान विषय में पूरक आई थी। जिससे क्षुब्ध होकर शिवराज ने घर में रस्सी का फंदा डालकर फांसी लगा ली।
घर का दरवाजा तोड़कर देखा तो फंदे पर लटका था
शिवराज की मां हेमलता गांव में राधा-कृष्ण मंदिर की कलश यात्रा में शामिल होकर घर पहुंची थी। काफी देर खटखटाने के बाद भी जब शिवराज ने दरवाजा नहीं खोला तो आसपास के लोगों ने खिड़की से झांककर देखा तो वह फंदे पर लटका दिखा। जिस पर दरवाजा तोड़कर शिवराज को फंदे से उतारकर उज्जैन स्थित निजी अस्पताल लाया गया था। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि शिवराज के पिता दिव्यांग हैं तथा वेल्डिंग की दुकान संचालित करते हैं। वहीं, उसका छोटा भाई भगत भी पढ़ाई कर रहा है।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay