राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। उज्जैन में वर्ष 2028 में होने जा रहे सिंहस्थ में वीवीआइपी के लिए घाटों के किनारे हेलीपैड भी बनाने की तैयारी है। दो या तीन हेलीपैड बनाने की योजना बनी है। इसका उद्देश्य यह है कि वीवीआइपी श्रद्धालुओं के सड़क मार्ग से शहर में आने-जाने से आमजन को दिक्कत न हो। वह हवाई मार्ग से आ सकें।
प्रयागराज महाकुंभ में भी यह प्रयोग किया गया था। इसके अतिरिक्त चार सैटेलाइट रेलवे स्टेशन भी बनाए जाएंगे। जहां से श्रद्धालुओं के आने जाने के लिए स्थानीय परिवहन और रुकने की अस्थायी व्यवस्था रहेगी।
इसी तरह से बसों के लिए स्टैंड बनाए जाएंगे। यहां से भी प्रमुख धार्मिक स्थलों तक आने-जाने की सुविधा रहेगी। पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि बड़ी चुनौती महाकाल के दर्शन के लिए आने वाली भीड़ को व्यवस्थित करने की होगी।
यह क्षेत्र घनी आबादी वाला और संकीर्ण है। इसके अतिरिक्त सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं में लगभग 10 प्रतिशत ओंकारेश्वर भी दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं, इस कारण वहां भी भीड़ प्रबंधन के लिए अभी से कार्य योजना तैयार की जा रही है।
उज्जैन में केडी गेट से गोंसा चौराहा तक 9 करोड़ 54 लाख रुपये से हाईटेक सड़क बनाई जाने वाली है। निर्माण ठेकेदार तय करने को लोक निर्माण विभाग (पीडब्लयूडी) के सिंहस्थ डिविजिन ने टेंडर जारी किया है। कहा गया है कि सिंहस्थ की दृष्टि से ये सड़क अहम मानी गई है।
1.40 किलोमीटर लंबी बनने वाली ये सड़क न केवल महाकाल लोक से यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि भविष्य के कुंभ आयोजन के लिहाज से शहर की बुनियादी ढांचे में बड़ा सुधार साबित होगी। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत आरसीसी पेवमेंट, क्रैश बैरियर, स्टार्म वाटर ड्रेनेज, हाई इंटेंसिटी ट्रैफिक साइन, विद्युत व्यवस्था, पीक्यूसी रोड और सड़क सुरक्षा से संबंधित कई संरचनाएं प्रस्तावित हैं।