उमरिया, नईदुनिया प्रतिनिधि। बीती रात मध्य प्रदेश की मंत्री मीना सिंह पर हमला होने की जानकारी सामने आई है, हालांकि मीना सिंह को किसी भी तरह की कोई चोट नहीं लगी है और वह पूरी तरह से सुरक्षित है। नईदुनिया से चर्चा करते हुए मीना सिंह ने बताया कि वह रात को मानपुर से लौट रही थी, तब डेढ़ सौ की संख्या में कांग्रेसियों ने उनकी कार को घेर लिया और कार के सामने लेट गए। कार के चालक को कार से निकालकर बुरी तरह से पीटा गया। बीच-बचाव करने गए गनमैन को भी मारा गया। इतना ही नहीं मीना सिंह का हाथ पकड़कर खींचा गया और उनके बाल भी पकड़े गए। मीना सिंह का कहना है कि इस मामले में भी उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई है, लेकिन शाम को गए थाने में आरोपितों के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज कराएंगी।
कांग्रेस ने लगाया आरोप
दूसरी तरफ कांग्रेस के लोगों ने आरोप लगाया है कि चुनाव के एक दिन पहले रात में मीना सिंह क्षेत्र में मतदाताओं को रुपए बांट रही थीं और इस बात की जानकारी लगने के बाद कांग्रेस के नेता और मीडिया के लोग मौके पर पहुंच गए। इस दौरान मंत्री मीना सिंह वहां से पैदल ही कहीं चली गईं और गाड़ी को वहीं छोड़ दिया गया। इसके बाद कांग्रेसी नेताओं ने पुलिस को और एसडीएम को घटना की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब गाड़ी की तलाशी ली तो गाड़ी के अंदर से भारतीय जनता पार्टी की प्रचार सामग्री और नगद रुपए भी बरामद हुए हैं।
जांच की जाएगी
इस मामले में एसपी प्रमोद सिन्हा का कहना है की मीना सिंह की तरफ से अभी तक हमले की कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है रात में कांग्रेस के नेताओं ने पुलिस को सूचना दी थी और पुलिस मौके पर पहुंची थी। गाड़ी में क्या बरामद हुआ है क्या जब्त हुआ है यह फिलहाल जांच में है।
हमले की चर्चा
वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र में चर्चा है कि मीना सिंह को सुरक्षा गार्डों ने अपनी जान को जोखिम में डाल कर मंत्री को बाल बाल बचाया और साथ मे चल रहे दूसरे वाहन में मंत्री मीना सिह को उमरिया ले जाया गया।
यहां हुई घटना
मीना सिंह ब्यौहारी क्षेत्र के गांव में सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होकर उमरिया की ओर जा रहीं थी। नगर परिषद मानपुर में कुलदीप गुप्ता के घर सामने रोड में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने मंत्री मीना सिंह की गाड़ी रोककर घेराबंदी करते हुए हमला कर छीना झपटी कर दी। इससे उनकी गाड़ी को काफी नुकसान हुआ। कांग्रेस के जिन नेताओं का नाम मीना सिंह ने लिया है उनमें नेता राम किशोर चतुर्वेदी, अम्बिका पयासी, अमर पयासी, अरूणोदय पयासी, रबी सेन, अजीत चतुर्वेदी, चंद्रेश गुप्ता, रोशन खान, मोनू विश्वकर्मा, उदय नारायण तिवारी, हरीश विश्वकर्मा, अशोक त्रिपाठी, बजरंग सोनी,मुकेश चतुर्वेदी,बिरेन्द्र उर्फ लल्लू बिस्वकर्मा, कृष्ना चतुर्वेदी, संजू तिवारी, असू पाठक, भुट्टो पयासी, विनय पयासी, विजय गौतम शामिल हैं।