
नईदुनिया प्रतिनिधि, उमरिया। बिरसिंहपुर पाली थाना अंतर्गत ग्राम हाथपुरा में संचालित चर्च के एक पादरी के अपहरण की चर्चा सोमवार को पूरा दिन सरगर्म रहा। पुलिस को भी पादरी के अपहरण की सूचना दी गई थी। परिणाम स्वरुप बिरसिंहपुर पाली थाने की पुलिस पूरा दिन पादरी की तलाश करती रही। तलाश के दौरान शाम को पुलिस को पता चला कि पादरी का अपहरण नहीं हुआ है बल्कि उसे वन विभाग की टीम उठाकर ले गई है। पादरी का नाम लक्षपत सिंह गोड़ बताया गया है। उस पर पैंगोलिन के शिकार का एक पुराना मामला चल रहा है।
पुलिस को यह सूचना मिली थी कि पादरी लक्षपत सिंह का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया है। इस दौरान पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की और पता लगाने का प्रयास किया। बाद में पुलिस को यह जानकारी मिली कि लक्ष्मण सिंह को वन विभाग के अधिकारी अपने साथ ले गए हैं। नगर निरीक्षक राजेश चंद्र मिश्रा ने जब घुनघुटी रेंजर अर्जुन सिंह बाजवा से इस संबंध में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि वन विभाग ने पादरी को उठाया है और उससे पूछताछ की जा रही है। टी राजेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस पूरा दिन क्षेत्र के चक्कर काटती रही और उसकी वजह सिर्फ यह थी कि पुलिस को गलत जानकारी दी गई थी।
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घुनघुटी रेंजर अर्जुन सिंह बाजवा ने बताया कि हथपुरा चर्च में पादरी के तौर पर पदस्थ लक्षपत सिंह पर पैंगोलिन के शिकार का पुराना मामला चल रहा है। इस मामले में शहडोल उत्तर मंडल के जयसिंहनगर और जैतपुर वन परिक्षेत्र के अधिकारी जांच कर रहे हैं। इसी मामले में पादरी को उठाया गया है। हालांकि अभी इससे ज्यादा जानकारी ना तो पुलिस के पास उपलब्ध थी और ना ही घुनघुटी रेंजर के पास, पर यह स्पष्ट हो गया कि पादरी का अपहरण नहीं हुआ बल्कि उसे शिकार के मामले में उठाया गया है।