बिस्तर पर मेहमान की तरह जा बैठी बाघिन, चबा गई ग्रामीण का पैर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाघिन सीधे घर के भीतर पहुंची और एक कमरे में रखे बिस्तर पर बैठ गई। घर के अंदर बाघिन के बिस्तर पर बैठने की खबर से गांव में द ...और पढ़ें
Publish Date: Mon, 29 Dec 2025 06:54:04 PM (IST)Updated Date: Mon, 29 Dec 2025 08:55:08 PM (IST)
उमरिया में बढ़ गया है वन्य प्राणियों का आंतक। तस्वीर एआई जेनरेटेड।HighLights
- सोमवार को रेंज के बेल्दी गांव में एक बाघिन घुस गई।
- यह बाघिन पहले तो खेतों के आसपास विचरती रही।
- इस बाघिन ने एक ग्रामीण कोल को घायल कर दिया।
उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा रेंज में बाघों का न जाने क्यों मोहभंग हो रहा है और वे ग्रामीण क्षेत्रों का रुख कर रहे हैं। सोमवार को रेंज के बेल्दी गांव में एक बाघिन घुस गई। यह बाघिन पहले तो खेतों के आसपास विचरती रही और बाद में गांव के अंदर चली गई।
गांव के अंदर इस बाघिन ने एक ग्रामीण कोल को घायल कर दिया। इसके बाद यह बाघिन दुर्गा प्रसाद द्विवेदी के घर में घुस गई। यह तो अच्छा था कि घटना के समय घर में कोई भी नहीं था।
बाघिन ने बड़े आराम से घर में प्रवेश करने के बाद जमीन पर लगे एक बिस्तर पर अपना आसन जमा लिया। इस बिस्तर पर बाघिन काफी समय तक इस तरह जमी रही जैसे घर में मेहमान बनकर आई हो।
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एआई तस्वीर।
शाम घर में जमी रही बाघिन
- बाघिन देर शाम दुर्गा प्रसाद द्विवेदी के घर में जमी रही। दुर्गा प्रसाद द्विवेदी गांव के पुजारी हैं और अकेले ही अपने मकान में रहते हैं।
- मकान के अंदर बाघिन की एंट्री के वक्त दुर्गा जी घर पर नही थे,जिससे कोई अनहोनी नही हुई। स्थानीय राम अवतार द्विवेदी के मवेशी का शिकार कर बाघिन सुबह से ही गांव के इर्द गिर्द हीचकर रही थी।
- इसी बीच 11 बजे बाघिन दुर्गा जी के मकान में आ गई। घटना की जानकारी पर बड़ी संख्या में आसपास के गांव के लोग मौके पर पहुंच गए है,इनके अलावा बाघिन को वन क्षेत्र में हांकने पार्क टीम भी पहुंच गई है।
ग्रामीणों को किसी अनहोनी से बचाने मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। चबा गया ग्रामीण का पैर
बेल्दी गांव में सोमवार सुबह बाघिन को पहले खेत में बैठी देखी गई और कुछ ही देर में वह गांव की आबादी में घुस आई। बाघिन की मौजूदगी की खबर फैलते ही पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने सहमकर अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। जबकि कई ग्रामीण उत्सुकता में दूर से ही बाघिन को देखने जुट गए।इसी दौरान बाघिन ने गोपाल कोल पर हमला कर दिया। इस हमले में गोपाल कोल बड़ी मुश्किल से बच पाया। बाघिन ने उसके पैर को अपने मुंह में भर लिया था और उसे खींचने लगी थां। हालांकि ग्रामीणों के शोर करने से बाघिन गोपाल को छोड़कर दूसरी तरफ बढ़ गई।
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अस्पताल में किया भर्ती
बाघिन के इस हमले में घायल गोपाल की हालत काफी खराब हो गई है। घटनास्थल पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने घायल गोपाल को उपचार के लिए कटनी जिले के बरही अस्पताल में दाखिल किया गया है। बाघ ने गोपाल के पैर की पिंडली चबा ली थी जिससे उसके पैर में फ्रैक्चर होने की भी आशंका बनी हुई है। हालांकि डाक्टरों ने अब गोपाल को पूरी तरह से खतरे से बाहर बताया है। घटना में बाल-बाल बचे गोपाल के चेहरे पर दर्द के साथ दहशत की छाप भी साफ दिखाई दे रही है।
इंतजार करता दिखा वन अमला
- सूचना मिलते ही पनपथा बफर क्षेत्र की वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। वन अमले ने गांव और आसपास के इलाके में घेराबंदी कर बाघिन की लगातार निगरानी शुरू कर दी है।
- लाउडस्पीकर और मौके पर मौजूद कर्मचारियों के माध्यम से ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि वे घरों से बाहर न निकलें, भीड़ न लगाएं और किसी भी तरह से बाघ के पास जाने की कोशिश न करें।
- वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बेल्दी गांव बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से सटा हुआ इलाका है और यहां पहले भी बाघों की आवाजाही देखी जाती रही है चिल्हारी के गड़रिया हार क्षेत्र में देखी गई एक बाघिन को 27 दिसंबर को रेस्क्यू कर माधव टाइगर रिजर्व भेजा गया था।
- लगातार हो रही इन घटनाओं से यह साफ है कि बाघ आबादी वाले क्षेत्रों की ओर बढ़ रहे हैं।
- फिलहाल वन विभाग की प्राथमिकता बाघ को सुरक्षित तरीके से गांव से बाहर निकालना और किसी भी तरह की जनहानि को रोकना है।
- गांव में सतर्कता बढ़ा दी गई है और ग्रामीण डर के साये में समय गुजार रहे हैं।