नवदुनिया प्रतिनिधि, विदिशा: जिले के गंजबासौदा शहर पुलिस थाने में दो मृत लोगों के नाम मारपीट के प्रकरण में लिखी गई एफआईआर में शामिल करने का मामला सामने आया है। सोमवार को फरियादी पक्ष ने एडिशनल एसपी डा.प्रशांत चौबे को ज्ञापन सौंपकर इस गड़बड़ी की शिकायत की है। दरअसल, चार दिन पहले 17 जुलाई को ग्राम बरेठ में प्रजापति और गुर्जर समाज के बीच हाल ही में गांव में विवाद हुआ था।
पुलिस ने मामले में दोनों पक्षों पर त्वरित एफआईआर दर्ज की, लेकिन जांच में गंभीर चूक सामने आई। गुर्जर पक्ष के खिलाफ लिखी गई एफआईआर में जिन नामों को शामिल किया गया, उनमें दो व्यक्ति सालों पहले दुनिया छोड़ चुके हैं। जब फरियादी ने थाने में यह बात बताई, तो कोई सुनवाई नहीं हुई।
एएसपी से शिकायत करने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि इस विवाद में एक आरोपित करण सिंह गुर्जर मौजूद ही नहीं थे, इसके बावजूद उन्हें आरोपित बना दिया, वहीं दयाराम गुर्जर और रघुवीर सिंह गुर्जर की मौत आठ साल पहले हो चुकी है। पुलिस ने उन्हें भी आरोपित बना दिया।
इस संबंध में एडिशनल एसपी डा.प्रशांत चौबे ने कहा कि ग्रामीणों ने एक व्यक्ति के घटना स्थल पर मौजूद नहीं होने की बात कही है। वहीं दो मृत लोगों के नाम एफआईआर में दर्ज होने की शिकायत की है। उन्होंने इस मामले की जांच गंजबासौदा एसडीओपी को सौंपी है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।