गंजबासौदा (नवदुनिया न्यूज)। ड्रीम सिटी कालोनी में चल रही सात दिवसीय भागवत कथा के तीसरे दिन मंगलवार को कथा में महाशिवरात्रि पर्व मनाया गया। इस दौरान कथा स्थल पर ही भगवान शिव की बारात निकाली, कथा सुनने आए श्रद्धालुओं ने खूब आनंद लिया। कथा वाचक बाल विदुशी राधिका किशोरी ने कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान कभी जाति धर्म नहीं देखते, वे कभी गरीब अमीर नहीं देखते वे तो बस प्रेम के वशीभूत होते हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो भगवान राम को शबरी के झूठे बेर खाने की क्या जरूरत थी। भगवान कृष्ण को दुर्योधन के छप्पन भोग छोड़कर विदुर के घर केले के छिलके खाने की क्या जरूरत थी।
उन्होंने कहा कि जिसने ठाकुर जी से प्रेम कर लिया, अपना सर्वस्व उन पर न्यौछावर कर दिया, जिसने अपने जीवन की डोर ठाकुर जी को सौंप दी समझ लो उसका कल्याण हो गया, उसका जीवन सफल हो गया। उन्होंने कहा कि जिस घर में प्रेम का अभाव होता है, वह घर अक्सर टूट जाते हैं। इसलिए हर माता को चाहिए कि वह अपनी बेटी को प्रेम और समर्पण की शिक्षा दें, जिससे उनकी बेटी को ना केवल अपनी ससुराल में प्रेम प्राप्त हो बल्कि उनका घर भी सकारात्मकता से भर जाए। हर मां को अपनी बेटी को समझाना चाहिए कि ससुराल में सास उसकी माता है, ससुर उसके पिता है, ननंद उसकी बहन के समान है और देवर उसका भाई है। इसलिए कभी भी पुत्र व पुत्री में भेद नहीं करना चाहिए। हर माता-पिता की इच्छा रहती है कि उनके घर कन्हैया जी का जन्म हो, कोई यह क्यों नहीं चाहता कि उनके घर राधा रानी का जन्म हो। माता ही प्रत्येक बच्चे की प्रथम गुरु होती है इसलिए माताओं को चाहिए कि वे अपने बच्चों को प्रेम की, धर्म की, नीति की, वेद पुराण की शिक्षा दें। जिससे उनकी संतान सनातन धर्म का पालन करते हुए राष्ट्रभक्त होकर एक अच्छा इंसान बन सके।
कथा स्थल पर मनाई शिवरात्रि
महाशिवरात्रि के अवसर पर कथा के पहले बाल विदुशी कथा वाचक राधिका किशोरी ने सभी यजमानों के साथ श्री सिद्धिविनायक मंदिर स्थित नर्मदेश्वर महादेव का अभिषेक किया। कथा के बाद भगवान शिव की बारात निकाली गई। शिव के रूप में दक्षिता शर्मा घोड़े पर चल रही थी जहां भगवान शिव के गणों की टोली नाच गा रही थी। वही पार्वती के रूप में भोर कुशवाह अपनी सखियों के साथ वरमाला के लिए मंच पर आईं जहां राधिका किशोरी के सानिध्य में पुरुषोत्तम भार्गव, नारायण प्रसाद दुबे ने भगवान शिव पार्वती की वरमाला व पूजा अर्चन कराया।