MP News: विदिशा की ऐतिहासिक रामलीला शुरू, शिव बारात निकाली, 27 दिन तक चलेगा मंचन
माधवगंज से शुरू हुई बारात शहर के प्रमुख मार्गो से निकली तो जगह-जगह श्रद्धालुओं ने स्वागत किया। देर शाम बारात रामलीला मेला परिसर पहुंची जहां पर महाराज हिमालय द्वारा भव्य स्वागत किया गया। देर रात तक माता पार्वती के साथ शिव का पाणिग्रहण संस्कार कराया गया। शिव बारात में मेला समिति के अलावा शहर के गणमान्य लोग शामिल हुए।
Publish Date: Tue, 14 Jan 2025 07:48:05 PM (IST)
Updated Date: Tue, 14 Jan 2025 10:37:30 PM (IST)
विदिशा में रामलीला का आरंभ शिव बारात से हुआ।HighLights
- माधवगंज चौराहे से निकाली गई बारात, हुआ स्वागत।
- मेला क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में दुकानें सजने लगी हैं।
- पहले दिन ही मेले में खासी भीड़ देखने को मिली।
नईदुनिया प्रतिनिधि, विदिशा। ऐतिहासिक श्रीरामलीला मेला समिति द्वारा मंगलवार को माधवगंज चौराहे से भगवान शिव की बारात निकाली गई, जिसे देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालु सड़कों के किनारे, दुकान और प्रतिष्ठानों के आसपास खड़े रहे। इसी के साथ वार्षिक श्रीरामलीला भी शुरू हो गई है जो 27 दिन तक चलेगी। इधर मेला क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में दुकानें सजने लगी हैं। पहले दिन ही मेले में खासी भीड़ देखने को मिली।
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- भगवान की शिव की बारात में शिव और उनके गणाें का श्रंगार, विभिन्न वाहनों पर सवार होकर चल रहे भूत, पिशाच, गण आदि आकर्षण का केन्द्र बने रहे।
- भगवान शिव अपने दो गणों के साथ बग्गी में सवार होकर चल रहे थे। उनका श्रंगार अद्भुत था। जटाओं में मुकुट, सर्पो का मौर कुण्डल और कंकण भी सर्पाे के पहनाए गए थे।
- शरीर में भस्म, व्याघ्र चर्म के वस्त्र, माथे पर चंद्रमा, सिर पर गंगाजी, तीन नेत्र, सर्पों का जनेऊ, एक हाथ में त्रिशुल और दूसरे में डमरू धारण किए हुए थे। इसी प्रकार उनके गण भी अद्भुत थे।
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मेले में सजने लगीं दुकान नये झूले भी आए
- रामलीला शुरू होते ही मेला भी सजने लगा है। मंगलवार को आधा दर्जन से ज्यादा झूले लग चुके थे। चाक-पकाैड़े, सौफ्टी, मनिहारी, खेल-खिलौने सहित खेल-तमाशों की दुकानें सज चुकी हैं।
- मेला में पहली बार लिफ्ट टावर और चकरी झूला भी आया है। बिहार से झूला लेकर आए सुशील चौरसिया ने बताया कि लिफ्ट टॉवर झूला वह पहली बार लेकर आए हैं।
- यह झूला गोल राउंड में घूमते हुए करीब 30 फिट ऊपर तक जाता है और फिर गोल राउंड में ही घूमते हुए नीचे आता है।
- इसके अलावा करीब 12 साल चकरी झूला भी लाया गया है, जो चकरी की तरह घूमता है। पहले दिन मेला पहुंचे लोगों ने जहां झूला झूला, वहीं सौफ्टी, चाट पकौड़े आदि की दुकानों पर भी भीड़ देखने को मिली।