नवदुनिया प्रतिनिधि, विदिशा। नए स्मार्ट मीटर लगने के बाद बढ़े हुए बिजली बिलों की शिकायतें लगातार आ रही हैं, ऐसे में बिजली कंपनी की दशमलव हटाने की एक बड़ी गलती ने उपभोक्ताओं की टेंशन बढ़ा दी। शहर के ब्लाक कालोनी क्षेत्र में एक बुजुर्ग दंपती के घर का बिल 68 लाख रुपये आ गया। बिल देखकर बुजुर्ग को चक्कर आ गए, उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया। पूरे क्षेत्र में ऐसे 107 मामले सामने आए, मामले ने जब तूल पकड़ा तो बिजली कंपनी ने एक घंटे में उपभोक्ताओं का बिल सुधार दिया।
होमगार्ड ऑफिस के सामने रहने वाले 68 साल मुरारीलाल तिवारी के यहां अप्रैल में नया स्मार्ट मीटर लगा। मई में जब उनके मोबाइल पर बिल का मैसेज आया तो बिल की राशि देखते ही उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बिल 68 लाख रुपये का था।
मुरारीलाल का ब्लडप्रेशर बढ़ गया, उन्हें चक्कर आ गए। पड़ोसियों ने उन्हें संभाला। उनका बेटा बैंगलुरु में रहता है और वायु सेना में अधिकारी है। मुरारीलाल ने तुरंत अपने बेटे को बताया। बेटे के कहने पर वे 30 मई को बिजली कंपनी कार्यालय में लिखित शिकायत करके आए।
शिकायत के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ, बल्कि जून का बिल आया तो एक लाख 10 हजार रुपये और जुड़ गए। बिल 69 लाख रुपये से ज्यादा का हो गया। उनके अलावा दो और पड़ोसियों का बिल लाखों में आया तो मामला मीडिया में आ गया।
जो शिकायतें एक माह से दूर नहीं की थीं, मामला बढ़ने के बाद बिजली कंपनी ने एक घंटे में ही उपभोक्ताओं के बिल सुधार दिए। मुरारी लाल के घर बिजली कंपनी के कर्मचारी पहुंचे और 633 रुपये का सही बिल देकर आए। सही बिल पाकर बुजुर्ग पति पत्नी को राहत मिली। उनके अलावा जेल रोड निवासी बाबूलाल कुशवाह का 5 लाख 87 हजार रुपये का बिल भी सुधारकर 115 रुपये का कर दिया।
शिकायतें मिलने के बाद बिजली कंपनी जोन टू कार्यालय अहमदपुर रोड पर समस्या निवारण शिविर लगाया गया। इसमें बिजली कंपनी के उप महाप्रबंधक अरविंद वर्मा और जोन टू के मैनेजर शरद महोबे ने शिविर लगाकर लोगों की शिकयतें सुनीं। शिविर तुंरत लगाया था इसलिए इसके बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं थी लेकिन करीब दो घंटे चले शिविर में 40 से ज्यादा शिकायतें आईं।
इसमें सबसे ज्यादा बढ़े हुए बिल की शिकायतें, शामिल थीं। पूरनपुरा निवासी सुनीला अहिरवार ने कहा कि हर माह 100 से 150 रुपये बिल आता था लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल 2500 रुपये आया है। इसी तरह अहमदपुर रोड निवासी गनपत वर्मा ने कहा कि हर माह 250 से 400 रुपये के बीच में ही बिल आता था जो इस माह 2429 रुपये आया है।
उप महाप्रबंधक अरविंद वर्मा ने बताया कि निश्चित जगह पर ऐसी शिकायतें आई हैं। जोन टू में 107 शिकायतें आईं थीं हमनें सभी दूर कर दी हैं। उन्होंने बताया कि पुराने मीटर हटाने के बाद उसकी कुल रीडिंग की नए मीटर में एंट्री करते समय दशमलव हटने से रीडिंग लाखों में पहुंच गई, जिससे बिल भी बढ़कर आ गया था।
ये गलतियां स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी अप्रावा एनर्जी के कर्मचारियों ने की थी। हमने ऐसी सभी गलतियों को सुधार दिया गया है। 28 मई का दिन था जब ये गड़बड़ी हुईं उसके बाद कोई शिकायत नहीं आई।