1965 में आई बाढ़ में भी 7 दिन ही बंद रहा था चरणतीर्थ मंदिर जाने वाला रास्ता, अब 30 दिन से है बंद
मंदिर जाने वाले पुल पर पानी कम नहीं हुआ, भारती मठ से करते हैं श्रद्घालु रोज पूजन
फोटो नंबर 8
विदिशा। चरणतीर्थ मंदिर चारों तरफ से पानी से घिरा है, एक मंदिर आधा डूबा हुआ है।
विदिशा नवदुनिया प्रतिनिधि
शहर की पहचान चरणतीर्थ मंदिर पिछले 30 दिनों से बंद हैं। मंदिर तक पहुंचने वाले रास्ते जलम्गन हैं ऐसे में 30 दिन से ज्यादा समय से मंदिर के पट खुले ही नहीं। ऐसी स्थिति साल 1965 में आई बाढ़ के बाद भी नहीं बनी थी जो इस वर्ष बन रह है। पिछले माह सावन के आखिरी सोमवार को मंदिर में पूजन हुई थी इसके बाद से ही मंदिर तक पहुंचने वाले रास्ते बंद हैं। ऐसे में चरणतीर्थ मंदिर दर्शन करने वाले श्रद्घालुओं को भारती मठ से पूजन और मंदिर के दर्शन करने पड़ रहे हैं।
मंदिर के पुजारी पं संजय राजपुरोहित ने बताया कि हर सोमवार को मंदिर में शिवलिंग की विशेष पूजन होती है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण मंदिर तक पहुंचने वाले दोनों तरफ के मार्ग पिछले एक माह से बंद हैं। सावन के आखिरी सोमवार को मंदिर में पूजन की थी। इसके बाद अब तक किसी सोमवार को मंदिर तक पहुंच ही नहीं पाए। पुजारी के अनुसार उनके जीवन में उन्होंने पहली बार देखा है कि मंदिर जाने इतने दिनों तक रास्ते बंद रहे हों। सन 1965 की बाढ़ में भी सात दिनों से ज्यादा कभी मंदिर जाने रास्ते बंद नहीं रहे। उनके बुजुर्गों ने भी बताया कि उन्होंने भी बारिश के कारण कभी तीस दिनों तक मंदिर जाने वाले रास्ते बंद नहीं देखे। पं सजय राजपुरोहित ने बताया कि बारिश के दौरान मंदिर अंदर से क्षतिग्रस्त हो जाता है। प्रशासन से मंदिर की मरम्मत करने की मांग उन्होंने की है। पुल से अब पानी बहुत ही धीमी गति से उतर रहा है यदि बारिश नहीं हुई तो संभवता आज मंदिर जाने रास्ते खुल सकते हैं।
इसलिए आ रही दिक्क्त
इस वर्ष बारिश अधिक हुई है, विदिशा सहित भोपाल में भी अधिक बारिश के कारण भदभदा के गेट बार-बार खोलने पड़े। इस कारण बेतवा लगातार उफान पर रही। बेतवा का जल स्तर कम नहीं हुआ। बेतवा का जलस्तर 1371 फीट तक पहुंच गया था, जो खतरे के निशान से दो फीट की कम था। शहर में भी इस बार जिले के औषत से दो गुनी बारिश दर्ज हो चुकि है। लगातार बारिश से चरणतीर्थ मंदिर जाने वाले पुल से पानी नहीं उतर पा रहा है।
श्रद्घालुओं को हो रही परेशानी
चरणतीर्थ पर स्नान करने जाने वाले श्रद्घालुओं को खासी परेशानी हो रही है। पिछले एक माह से कई तीज त्योहारों पर चरणतीर्थ पर कोई श्रद्घालु स्नान नहीं कर पाया। पं संजय राजपुरोहित ने बताया कि पितृपक्ष के दौरान गया जी जाने वाले श्रद्घालु पहले चरणतीर्थ आकर स्नान करते हैं वहां से लौटकर आने के बाद भी चरणतीर्थ पर स्नान करके घर जाते हैं। लेकिन रास्ता बंद होने के कारण श्रद्घालुओं को बेतवा के दूसरे घांटों पर स्नान करना पड़ रहा है। अगले माह कार्तिक मास शुरू हो रहा है इसमें पूरे महिने महिलाएं चरणतीर्थ पर स्नान करने आती हैं। यदि पानी नहीं उतरा तो कोई भी मंदिर में पूजन नहीं कर पाएगा।