गंजबासौदा(नवदुनिया न्यूज)। शहर के वार्ड नंबर दो मामा जी वाली गली में 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला कपूरी बाई पंथी की हत्या के मामले में पुलिस ने एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। मंगलवार की दोपहर एक बजे कोतवाली थाने में एक प्रेस वर्ता कर एसडीओपी भारत भूषण शर्मा और कोतवाली थाना प्रभारी सुमि देसाई ने हत्या का राजफाश किया। दोनों ने अपने अवैध संबंध को छिपाने के लिए बुजुर्ग महिला को मौत के घाट उतार दिया।
प्रेस वर्ता के दौरान एसडीओपी भारत भूषण शर्मा ने बताया कि 5 फरवरी को वार्ड 2 खारे कुएं के पास बुर्जग महिला कपूरी बाई की हत्या हो गई थी। उसके बाद से ही हत्या को अंजाम देने वाले आरोपितों की तलाश पुलिस कर रही थी। घटना वाले दिन नीलेश श्रीवास्तव के मकान के एक खाली कमरे में मृतका कपूरी बाई पंथी का शव पड़ा मिला था। महिला नीलेश श्रीवास्तव के मकान में अकेली रहती थी। उन्होंने बताया कि हत्या के बाद पुलिस ने परिवार के सदस्यों सहित आस पास के लोगों से पूछताछ की। इसी दौरान उसी मकान में रहने वाले पड़ोसी कल्लू रैकवार से भी पुलिस ने कड़ी पूछताछ की और वहीं रहने वाली महिला कविता से भी पुलिस ने पूछताछ की। पूछताछ के दौरान कल्लू रैकवार और कविता बार-बार अपने बयान बदल रहे थे। उसके बाद दोनों से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो कल्लू रैकवार और कविता ने बुर्जग महिला कपूरी बाई की हत्या करना कबूल किया।
अवैध संबंध उजागार न हो इसलिए की हत्या
एसडीओपी भारत भूषण शर्मा ने बताया कि घटना के एक दिन पहले कविता का पति किसी काम से शहर से बाहर गया हुआ था। इसका फायदा उठाकर कल्लू रैकवार कविता के घर चला गया। दोनों काफी देर एक साथ रहे, इसी बीच कपूरी बाई पंथी ने कल्लू रैकवार और कविता को आपत्तिजनक परिस्थिति में देख लिया था। दोनों के अवैध संबंध का पता उसके पति और आसपास के लोगों को नहीं चले इसलिए कल्लू रैकवार और कविता ने मिलकर कपूरी बाई को खाली कमरे में लेजाकर वहां उसके सिर पर करीब 20 किलो के पत्थर से सिर कुचलकर कर हत्या कर दी।
खून से सने कपड़े भरे तकिये में,नहीं हुई लूट
एसडीओपी भारत भूषण शर्मा ने बताया कि बुर्जग महिला की हत्या करने के बाद कविता ने अपने खून से सने कपड़े और कल्लू की बनियान को तकिये में भरकर उसे सिल दिया और पत्थर को घर से दूर फेंक दिया। एसडीओपी ने बताया कि मृतका के साथ कोई लूट नहीं हुई थी घटना से कुछ दिन पहले ही कपूरी बाई ने अपने आभूषण उतारकर घर में ही रख दिए थे।