यदि कोई कहे कि उसने एमबीए किया है तो आपको कैसा महसूस होगा? आप उससे प्रभावित होंगे। लेकिन यदि कोई यह कहे कि उसने ऑनलाईन एमबीए किया है तब? तब उसका प्रभाव आप पर से पूरी तरह से उतर चुका होगा। हालांकि इससे क्या फर्क पड़ना चाहिए कि किसी ने कैसे एमबीए किया है, जब तक कि उसकी डिग्री उसकी जॉब प्रोफाइल से मैच करती हो। केवल केंडिडेट ही यह बता सकता है कि वह अपनी डिग्री से संतुष्ट है या नहीं?
जिन लोगों ने खुद को रेग्यूलर एमबीए प्रोग्राम के लिए किसी प्रतिष्ठित बी-स्कूल में एडमिशन लिया तो किसी और के लिए यह ईर्ष्या का विषय हो सकता है। लेकिन अब ये विचार पुराना पड़ चुका है। ऑनलाइन एमबीए प्रोग्राम भी उतना ही अच्छा है, जितना रेग्यूलर, शर्त यह है कि किसी प्रतिष्ठित बिजनेस इंस्टीट्यूट से किया जाए। इन दिनों कंपनियां भी यह मानने लगी है कि ऑनलाइन एमबीए से भी अच्छे मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स आ रहे हैं जो बिजनेस को नए आयाम देने में सक्षम हैं। जो लोग फुल टाइम एमबीए कर पाने की स्थिति में नहीं है, उनके लिए ऑनलाइन एमबीए अच्छा विकल्प है।
दोनों ही प्रोग्राम जरूरत, प्राथमिकता और परिस्थिति के आधार पर चुने जा सकते हैं। यदि आपके पहले से ही काम कर रहे हैं और आपके पास अपने परिवार की भी जिम्मेदारी है कुल मिलाकर समय की कमी है फिर भी आप एमबीए करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन एमबीए कर सकते हैं। दूसरी तरफ यदि आपके पास समय भी है
और उम्र भी कम ही है और एक करियर फील्ड से दूसरे करियर फील्ड में जाना चाहते हैं तो रेग्यूलर एमबीए करना एक अच्छा निर्णय होगा।
इन बातों को अपनाकर आप छा सकते हैं बिजनेस पार्टी में
इसलिए कौन-सा एमबीए करना चाहिए, यह तो आपकी सुविधा पर निर्भर करता है। यह बात सही है कि ज्यादातर लोग रेग्यूलर एमबीए करना चाहते हैं। बात परिस्थितियों पर आकर अटक जाती है। इन दिनों युवाओं के बीच ऑनलाइन एमबीए दिन-ब-दिन लोकप्रिय होता जा रहा है। इससे पहले कि आप रुककर सोचें कि आपको आॅनलाइन एमबीए करना चाहिए या फिर रेग्यूलर, कुछ सवालों के जवाब आप अपने आप को दें।
ऑनलाइन एमबीए करने से पहले
1. करियर के लिए आपका लक्ष्य क्या है?
यदि आप अपने करियर में ऐसा जगह आकर फंस गए हो कि आगे ग्रोथ के अवसर खत्म हो गए हैं और आप न तो नौकरी छोड़ने की स्थिति में हैं और न ही उसके साथ कोई समझौता करना चाहते हैं, आपके सामने परिवार भी है, तो इस बात की जांच पड़ताल कर लें कि आपकी वर्तमान कंपनी किस तरह के एमबीए ग्रेजुएट्स को रिक्रूट कर रही है? इस आधार पर ही फैसला लें।
2. क्या यह आपकी जरूरत और मांग को पूरा करता है?
आपको यह जानने की जरूरत है कि ऑनलाइन एमबीए प्रोग्राम आपको उसी तरह की फेकल्टी, करिकुलम और अवसर उपलब्ध करवा रहा है जैसी कि रेग्यूलर एमबीए को। यदि ऐसा नहीं है तो आपको अपने निर्णय पर फिर से विचार करना चाहिए।
3. क्या यह आपके लिए सचमुच सुविधाजनक है?
कुछ ऑनलाइन एमबीए प्रोग्राम या तो राज्य से बाहर होते हैं या फिर देश से ही बाहर। आपके लिए यह जरूरी हो जाता है कि क्लासेस अटैंड करने के लिए आपको छुट्टी लेनी पड़ सकती है। क्या आप इसके लिए तैयार हैं?
रेग्यूलर एमबीए करने से पहल
1. आपके करियर के लक्ष्य क्या है?
क्या आप बदलाव चाहते हैं या फिर किसी दूसरे क्षेत्र में जाकर अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं? इसके साथ ही यदि आपके साथ समय और उम्र भी है तो आप रेग्यूलर एमबीए कर सकते हैं।
2. क्या आप अच्छे पर्सेन्टाइल से एमबीए इंट्रेंस एक्जाम क्रैक कर सकते हैं?
3. वो कौन से विषय हैं, जिनमें आपने अच्छे नंबर हासिल किए और कौन से विषय ऐसे हैं जो अब भी आपको
डराते हैं? स्कूल व ग्रेजुएशन स्तर दोनों पर...?
4. आपकी रुचि का क्षेत्र कौन-सा है? ताकि आप उससे अपनी एमबीए की स्ट्रीम चुन सकें।
एक बार आप इन सवालों के जवाब देने की स्थिति में आ जाएंगे तो आप जल्द ही निर्णय कर पाएंगे।
फायदे ऑनलाइन एमबीए प्रोग्राम के
1. घर में ही पढ़ाई : इसमें आप बिना अपनी नौकरी और जिम्मेदारी छोड़े, अपने ही घर में पढ़ाई करके वही डिग्री हासिल कर सकते हैं, जो दूसरे क्लासेस अटैंड करके प्राप्त करते हैं।
2. फ्लैक्सिबिलिटी : ऑनलाइन एमबीए प्रोग्राम में आप अपने जीवन में बिना किसी बदलाव के अपने करियर को मनचाही दिशा में ले जा सकते हैं।
3. रिसोर्सेज : प्रतिष्ठित ऑनलाइन एमबीए प्रोग्राम में भी करियर काउंसलिंग, मैंटोरशिप और नेटवर्किंग अपॉर्च्युनिटी जैसे उन्हीं सब संसाधनों का प्रयोग कर सकते हैं जो रेग्यूलर कोर्सेस में किए जा सकते हैं।
4. अफोर्डेबिलिटी : हर समय में ऑनलाइन एमबीए कार्यक्रम किसी भी रेग्यूलर कार्यक्रम की तुलना में
हमेशा ही अफोर्डेबल हुआ करता है।
फायदे रेग्यूलर एमबीए प्रोग्राम के
1. करियर में बदलाव : एक रेग्यूलर एमबीए आपके करियर में बदलाव के लिए बेहतर पृष्ठभूमि का निर्माण करता है। किसी खास स्ट्रीम में स्पेशलाइजेशन आपको कई दूसरी इंडस्ट्रीज में काम दिलवाने में भी महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकता है।
2. नेटवर्किंग : रेग्यूलर एमबीए के दौरान के एकेडमिक सेशन में आप जिस तरह की सोशल नेटवर्किंग करते हैं, वह लंबे समय में आपके करियर के लिए लाभदायक सिद्ध होगी।
3. उद्यमशीलता : यदि आप अपना बिजनेस शुरू
करने के बारे में सोच रहे हैं तो आप जरूरी
कौशल और व्यावहारिक ज्ञान रेग्यूलर एमबीए करते
हुए पा सकते हैं। इससे आपको अपना व्यापार शुरू
करने में कम दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।