पब्लिक स्पीकिंग एक कला है, जिसमें कुशल लोग जीवन में भी काफी तरक्की कर जाते हैं। नौकरी की दुनिया हो या बिजनेस या फिर अन्य कोई भी फील्ड, तरक्की करने के लिए मंच पर बोलने की कला आनी चाहिए। आप देखते होंगे कि आज के दौर में सफल राजनेता हों या कॉरपोरेट हैड, वे बहुत अच्छे वक्ता भी होते हैं। थोड़े अभ्यास से आप भी बन सकते हैं सफल वक्ता।
डर को करें दूर
अक्सर देखा जाता है कि इंट्रोवर्ट लोगों को जब ऑफिस में या किसी प्रोग्राम में लोगों की भीड़ के सामने बोलना पड़ता है, तो वे कांपने लगते हैं और उनकी जुबान लड़खड़ाने लगती है। ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है। सबसे पहले आपको इस मामले में मन में आने वाले किसी भी तरह के डर को दूर करना होगा और इस बात पर ध्यान देना होगा कि प्रभावी तरीके से भाषण कैसे दिया जाए। यह जरूरी नहीं कि आप किसी प्रभावी वक्ता की तरह भाषण दे सकते हों लेकिन आपको आत्मविश्वास के साथ अपनी बात प्रभावी तरीके से कहने की कला आनी चाहिए। जो लोग मंच पर बहुत प्रभावी तरीके से भाषण दे लेते हैं, वे कोई सुपरह्यूमन नहीं होते। वे तो बस, मेहनती लोग होते हैं और यह जानते हैं कि अपनी बात पर जोर कैसे दिया जाए। इसलिए सारी आशंकाओं को दूर करते हुए सबसे पहले यह भरोसा पैदा करें कि आप यह कर सकते हैं।
तैयारी है महत्वपूर्ण
अपने भाषण की तैयारी इस तरह करें कि वह तार्किक प्रवाह वाला हो। उसे कहानियों, उदाहरणों आदि से ज्यादा से ज्यादा जीवंत बनाएं। तैयारी के लिए आप महान और अच्छे वक्ताओं के वीडियो देखें। स्पीच तैयार करने के बाद घर में ही जोर-जोर से बोलते हुए अभ्यास करें। ऐसा तब तक करें, जब तक कि आप इस बात से संतुष्ट नहीं हो जाते कि अब आप इसे प्रवाहमय तरीके से और आराम से लोगों के सामने बोल सकते हैं।
अपने लुक पर करें गौर
यह ध्यान रहे कि भाषण देने के लिए आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने में सबसे पहला योगदान आपके बाहरी लुक का होता है। जब आप अच्छे दिखेंगे, तो अंदर से भी अच्छा महसूस करेंगे। आपके कपड़े फॉर्मल हों या कैजुअल, वे आरामदायक होने चाहिए।
देखें सकारात्मक पक्ष
इस बात पर विचार करें कि एक पब्लिक स्पीकर के रूप में आपके मजबूत और कमजोर पक्ष क्या हैं। आप जैसे हैं, उसी में बेहतर करने की कोशिश करें, अपने को वह न बनाएं जो आप नहीं हैं। जो आप बेहतर कर सकते हैं, उसी पर फोकस करें। आपके अंदर अच्छा सेंस ऑफ ह्यूमर हो सकता है, आप कहानियां सुनाने में माहिर हो सकते हैं या आप जटिल विचारों को टुकड़ों-टुकड़ों में बेहतर तरीके से पेश कर सकते हैं। खूबी कोई भी हो, उसका आपको फायदा उठाना चाहिए।
श्रोताओं का रखें ध्यान
इस बात पर अच्छी तरह से विचार करें कि आपके श्रोता क्या सुनना चाहते हैं। आप उनको क्या संदेश देना चाहते हैं? उनकी कौन-सी समस्या सुलझा सकते हैं? उनकी कौन-सी जरूरत पूरी कर सकते हैं? इन बातों को ध्यान में रखते हुए वह सब कुछ अपने भाषण में रखने की कोशिश करें। आपके श्रोता आपका भाषण क्यों सुनें? इसकी कोई वजह तो होनी चाहिए। शुरुआत में ही अपने भाषण को उनसे जोड़ने का प्रयत्न करें।
मुस्कराना न भूलें
मुस्कुराहट के साथ भाषण की शुरूआत करने से व्यक्ति खुश और सहज महसूस करता है। इसलिए भाषण से पहले एक बड़ी-सी स्माइल दें। कई लोग इसके जवाब में मुस्कुराएंगे, जिससे आप सहज होकर आत्मविश्वास से भरा महसूस करेंगे।
प्रोफेशनल्स को मिलेगा एनर्जी मैनेजमेंट में आगे बढ़ने का अवसर
जानकारी है जरूरी
आप यदि कुछ जानते नहीं हैं, तो उसके बारे में बोल नहीं सकते। इसलिए टॉपिक के बारे में ज्यादा से ज्यादा पढ़ें और अलग-अलग स्रोतों से जानकारी हासिल करें। इससे आपका दृष्टिकोण व्यापक होगा और आप अपनी बात को बुद्धिमत्ता से रख पाएंगे।