अगर आपमें किसी चीज को आकर्षक तरीके से पेश करने का हुनर है, तो विजुअल मर्चेंडाइजिंग में करियर बनाने की राह पर आगे बढ़ सकते हैं। आजकल शॉपिंग मॉल्स, फाइव स्टार होटल्स, बुटीक आदि में विजुअल मर्चेंडाइजिंग में एक्सपर्ट लोगों को काफी अच्छी सैलरी ऑफर की जाती है...।
भारत की बूमिंग ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में लाखों युवाओं को रोजगार मिला है। कंटेंट मैनेजर, बिजनेस एनालिस्ट, रिसर्चर, स्टाइलिस्ट, सोशल मीडिया मैनेजर, लॉजिस्टिक सपोर्ट एग्जीक्यूटिव जैसे तमाम तरह के प्रोफेशनल्स इस इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। मगर, ई-कॉमर्स की इस ग्रोथ के बीच भी रिटेल सेक्टर ने अपनी जगह नहीं खोई है।
इसमें नित नए क्रिएटिव करियर ऑप्शंस सामने आ रहे हैं। इनमें फैशन पसंद और इनोवेटिव सोच रखने वाले युवाओं की दिलचस्पी देखी जा रही है। विजुअल मर्चेंडाइजिंग एक तेजी से उभरता हुआ सेक्टर है। इस फील्ड में करियर की अच्छी संभावनाएं हैं।
कस्टमर को लुभाना है
किसी भी प्रोडक्ट को कंज्यूमर की रुचि के मुताबिक पेश करने की कला, जिससे कि वह सामान खरीदे, उसे विजुअल मर्चेंडाइजिंग कहते हैं। एक विजुअल मर्चेंडाइजर का काम किसी भी रिटेल स्टोर में मर्चेंडाइज यानी सामान को आकर्षक तरीके से प्रेजेंट करना होता है, ताकि सेल बढ़ सके।
इसके तहत उसे विंडो और इंटीरियर के साथ-साथ स्टॉक प्लेसमेंट और स्टाफ ट्रेनिंग जैसे क्षेत्रों में काम करना होता है। वैसे, यह जॉब अलग-अलग ब्रांड्स (इंडिपेंडेंट स्टोर, मल्टीपल स्टोर, डिपार्टमेंटल स्टोर) पर निर्भर करती है। आप स्टोर को म्यूजिक, लाइटिंग आदि के जरिये जितना आकर्षक बनाएंगे, कंज्यूमर उतना ही उसकी तरफ खिंचे चले आएंगे।
क्या होना चाहिए आपमें
एक विजुअल मर्चेंडाइजर का क्रिएटिव होना सबसे ज्यादा जरूरी है। इसके अलावा, आर्ट वर्क में दिलचस्पी से फायदा होगा क्योंकि आपको डिस्प्ले डिजाइन करना होता है। इस फील्ड में सफल होने के लिए लेटेस्ट फैशन ट्रैंड्स की जानकारी होनी चाहिए, जिससे आप मैनीक्विंस को तैयार कर सकें।
आपके पास अगर कारपेंटरी या इलेक्ट्रिकल्स की जानकारी होगी, तो प्रॉप्स आदि बनाने में दिक्कत नहीं होगी। आपको अपनी कम्यूनिकेशन और ऑर्गनाइजेशन स्किल पर भी ध्यान देना होगा। इस फील्ड में टाइम मैनेजमेंट करना आना चाहिए। साथ ही, कस्टमर की साइकोलॉजी की समझ होनी चाहिए।
कौन-से कोर्स?
विजुअल मर्चेंडाइजिंग फील्ड में आने के लिए आप फैशन मार्केटिंग, रिटेल प्रोग्रामिंग, रिटेल ब्रांडिंग, फैशन डिजाइनिंग, फैशन मैनेजमेंट जैसे कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा, आप प्रोडक्ट या इंटीरियर डिजाइन का कोर्स करके भी इस सेक्टर में एंट्री ले सकते हैं। कुछ इंस्टीट्यूट्स एसोसिएट डिग्री प्रोग्राम भी संचालित करते हैं। इसके साथ ही, किसी बड़े स्टोर में इंटर्नशिप करने से काफी फायदा होगा।
भारत में कई संस्थान विजुअल मर्चेंडाइजिंग में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स ऑफर करते हैं। इसके लिए आपको कम से कम किसी मान्य संस्थान से हायर सेकंडरी करना होगा। वैसे, फैशन डिजाइनिंग और टेक्नोलॉजी के कोर्स में यह एक मेजर पेपर के रूप में पढ़ाया जाता है। कोर्स के दौरान रिटेल स्टोर के ले-आउट डिजाइन, इंटीरियर डेकोरेशन, स्टोर के अंदर के इंस्टॉलेशन एंड अरेंजेमंट ऑफ फर्नीचर, स्टोर डिस्प्ले, प्रोडक्ट के प्रेजेंटेशन आदि के बारे में बताया जाता है।
जॉब ऑप्शंस
आज जिस तरह से शॉपिंग मॉल्स, फाइव स्टार होटल्स, बुटीक और रिटेल आउटलेट्स की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए विजुअल मर्चेंडाइजिंग की डिमांड में भी इजाफा हुआ है। कॉम्पिटिशन के मद्देनजर मार्केट में बने रहने के लिए कंपनीज विजुअल मर्चेंडाइजर्स को अच्छे पैकेज पर हायर कर रही हैं। वैसे, आप चाहें तो बतौर फ्रीलांसर भी करियर की शुरूआत कर सकते हैं।
आप डिजाइन कंपनी, फैशन बुटीक, एम्पोरिया, आर्किटेक्चर फर्म आदि में काम करने से लेकर थीम पार्टी ऑर्गेनाइजर का काम कर सकते हैं। इसके साथ ही अवॉर्ड फंक्शंस, प्रदर्शनियों, मेलों, ब्यूटी कॉन्टेस्ट्स आदि में भी विजुअल मर्चेंडाइजर की मांग देखी जाती है। यह कोर्स करके आप स्टोर विजुअल मर्चेंडाइजर, विजुअल मर्चेंडाइजिंग को-ऑर्डिनेटर, फ्रीलांस डिस्प्ले पर्सन, विजुअल मैनेजर, रिटेल विजुअल मर्चेंडाइजर आदि के रूप में काम कर सकते हैं।
आकर्षक सैलरी
दुनिया भर में रिटेल इंडस्ट्री की ग्रोथ को देखते हुए विजुअल मर्चेंडाइजिंग आकर्षक फील्ड बन चुका है। यहां शुरूआती दौर में प्रोफेशनल्स को 25 से 30 हजार रुपए महीना मिलते हैं। स्किल और अनुभव के साथ सैलरी पैकेज बढ़ जाता है।