नई दिल्ली। हम आमतौर पर मानते हैं कि उबासी या जम्हाई लेना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा है, हम दिन में कम से कम एक बार उबासी या जम्हाई जरूर लेते हैं। लोग मानते हैं की उबासी शरीर में थकान महसूस होने के कारण आती है, थोड़ी देर सोकर इसे दूर किया जा सकता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि कभी-कभार उबासी लेना सामान्य है लेकिन ज्यादा उबासी लेना खतरे की घंटी है।
जब उबासी या जम्हाई आती है तो हमारा मुँह खुल कर पूरा चौड़ा हो जाता है और हम एक गहरी साँस लेते हैं और छोड़ते हैं। इसके साथ आपके कान के परदे खिंचाते हैं और अतिरिक्त ऑक्सीजन मस्तिष्क और शरीर के अन्य भागों में जाती है।
यह हमारे मस्तिष्क में ऑक्सीजन और ब्लड के जरिए हमारी सतर्कता को बढ़ाती है। इसलिए जब हम कम सतर्क या थके होते हैं तो ऐसा होता है। जब हम सोने जाते हैं, नींद से जागते हैं या फिर बोर होते हैं, तो ऐसी स्थिति में हमारा दिमाग कम उत्तेजित होता है और उबासी सतर्कता को बढ़ाती है।
आपका डायफ्राम, लारेंक्स, आपकी छाती में थोरैसिक मसल्स और मुंह के तालु इस प्रक्रिया में शामिल होते हैं। जरूर नहीं कि आप जब थके हो तभी उबासी आए। आप 10 मील दौड़ लगा लो और बुरी तरह थक गए हो लेकिन फिर भी उबासी न आए। मस्तिष्क में ऑक्सीजन की थोड़ी सप्लाई ही केवल डिसाइडिंग फैक्टर नहीं है।
कई अध्ययनों का दाना है कि उबासी आपके मस्तिष्क को ठंडा रखने का शरीर द्वारा किया गया प्रयास है, वहीं कुछ का कहना है कि जब आप बोर होते हैं तब ऐसा होता है। अधिकांश लोगों का उबासी को लेकर अपना स्पष्टीकरण होता है।
उबासी सामान्य बात है लेकिन अत्यधिक उबासी कुछ चिकित्सीय स्थितियों की ओर इशारा करती है। कुछ सामान्य चिकित्सीय स्थितियां हैं जो कि ज्यादा उबासी का कारण बनती है:
मेडिकेशन
मेडिकेशन्स जो आपकी उनींदी महसूस करता है, अत्यधिक उबासी की तरह ले जा सकता है। ये दवाईयां एंटीडिप्रेसेंट्स, एंटीहिस्टामाइन्स और कुछ सेरोटोनिन अपटेक इनहिबिटर्स हो सकती हैं।
लिवर डिसीज
लिवर संबंधित बीमारी का आखिरी स्टेज अत्यधिक उबासी के रूप में हो सकता है। इस समय महूसस होने वाली थकावट इसके लिए जिम्मेदार है।
मल्टीपल स्केलेरोसिस
अध्ययन के मुताबिक जो लोग इस स्थिति से पीड़ित हैं, उन्हें ज्यादा उबासी आती है। इससे पीड़ित लोगों में थर्मोरगुलेटरी डिसफंक्शन होता है जहां वे अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में असमर्थ होते हैं। उबासी के कारण शरीर का तापमान ठंडा हो जाता है।
वासोवगल रिएक्शन
यह तब होता है जब नर्वस सिस्टम का हिस्सा जो कि ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट के लिए जिम्मेदार है, गड़बड़ाता है। यह तब होता है जब आप तनावपूर्ण स्थिति में होते हैं। ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट में गिरावट ब्लड को मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकती है। ऐसी स्थिति में, शरीर स्वचालित रूप से उबासी लेकर ऑक्सीजन लेने की कोशिश करता है।
स्लीपिंग डिसऑर्डर
अनिद्रा या स्लीप एपेना सबसे आम स्लीप डिसऑर्डर्स हैं जो कि अत्यधिक थकावट लाते हैं और इससे उबासी की परेशानी बढ़ जाती है।
ब्रेन डिसफंक्शन
अध्ययन के मुताबिक ब्रेन ट्यूमर के कारण अत्यधिक उबासी आती है और ब्रेन स्टेम में घावों से जोड़ा जा सकता है। पिट्यूटरी ग्लैंड के संपीडन का परिणाम भी उबासी के रूप में हो सकता है।
हाइपोग्लीकेमिया
अत्यधिक उबासी मधुमेग में हाइपोग्लीकेमिया का प्राथमिक संकेत हो सकता है। हाइपोग्लीकेमिया तब होता है जब ग्लूकोज लेवल 72मिलीग्राम/डीए से नीचे आ जाता है।