नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। आज के दौर में ईयरबड्स या ईयरफोन हमारी रोजमर्रा की जिदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। मोबाइल फोन के साथ-साथ अब ईयरबड्स भी एक जरूरत बन गए हैं। चाहे हम ऑफिस में हों, यात्रा कर रहे हों या घर पर आराम कर रहे हों। लेकिन जिस आराम और स्टाइल के लिए हम ईयरबड्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, वही धीरे-धीरे हमारी सुनने की क्षमता को नुकसान पहुंचा रहा है।
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. सुनील शर्मा बताते हैं कि ईयरबड्स का लंबे समय तक और तेज आवाज में उपयोग करना सुनने की शक्ति को कम कर सकता है। इससे कान के भीतर की संवेदनशील कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। यह नुकसान धीरे-धीरे होता है, और कई बार तब तक पता नहीं चलता जब तक स्थिति गंभीर नहीं हो जाती।
ईयरबड्स का ज्यादा उपयोग न सिर्फ सुनने की क्षमता को प्रभावित करता है, बल्कि कान में दर्द, संक्रमण, वैक्स जमाव और खुजली जैसी समस्याएं भी पैदा कर सकता है। अगर ईयरबड्स को समय-समय पर साफ नहीं किया जाए, तो उनमें बैक्टीरिया और फंगस पनप सकते हैं, जो कानों में गंभीर संक्रमण फैला सकते हैं।
काल सेंटर या ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी जो लगातार 10-12 घंटे तक ईयरबड्स का इस्तेमाल करते हैं, उनके लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है। यह आदत न सिर्फ उनके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है बल्कि दीर्घकालिक श्रवण समस्याएं (long-term hearing problems) भी पैदा कर सकती है।
दूसरों के ईयरबड्स का उपयोग करना पूरी तरह से टालना चाहिए। इससे संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ईयरबड्स कान के भीतरी हिस्से के संपर्क में रहते हैं, और दूसरों का इस्तेमाल करने से बैक्टीरिया आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे में फैल सकते हैं।
वर्तमान में बाजार में ईयरबड्स की कीमतें ₹500 से शुरू होकर कई हजार रुपये तक जाती हैं। ग्वालियर के राजीव प्लाजा में मोबाइल विक्रेता बताते हैं कि दो साल पहले तक इतनी मांग नहीं थी, लेकिन अब हर दो से चार घंटे में एक ईयरबड्स की बिक्री हो रही है। खासकर युवा वर्ग में यह एक आदत बन गई है।
ईएनटी विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर आप रोजाना कई घंटे ईयरबड्स का उपयोग कर रहे हैं, तो अपने कानों की जांच कराना आवश्यक है। बिना डॉक्टर की सलाह के लंबे समय तक ईयरबड्स का प्रयोग आपकी श्रवण शक्ति को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।