
एजेंसी, प्रयागराज (Prayagraj Maha Kumbh 2025)। उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का शनिवार, 1 फरवरी को 20वां दिन है। इस बीच, माघ अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान मची दगड़ पर धीरेंद्र शास्त्री का बयान सामने आया है।
बागेश्वर धाम के प्रमुख पं. धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार, प्रयागराज में मची भगदड़ में लोग मरे नहीं हैं, उन्हें मोक्ष मिली है। एक दिन तो सभी को मरना ही है, लेकिन कोई गंगा के किनारे प्राण त्यागता है, तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कुंभ मेले के नाम पर मनमाना किराया वसूल रहे यात्री बस संचालक
प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में पुण्य स्नान करने रोज हजारों की संख्या में श्रद्वालु रायपुर से ट्रेन व बस से जा रहे है। ट्रेन में कंफर्म बर्थ नहीं मिलने से बड़ी संख्या में यात्री बस से आना-जाना कर रहे है। इसका फायदा उठाकर बस संचालक मनमाना किराया वसूलने से नहीं चूक रहे है। परिवहन विभाग तक इसकी शिकायत लगातार पहुंच रही है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से बस संचालक बेखौफ होकर अपने कर्मचारियों से अवैध उगाही करवाने से बाज नहीं आ रहे है।
नईदुनिया ने भाठागांव बस टर्मिनल की पड़ताल की तो पाया कि जब से प्रयागराज से महाकुंभ शुरू हुआ तब से रायपुर से प्रयागराज जाने वाली दो बसों के आपरेटरों ने दो से ढाई गुना किराया बढ़ाकर यात्रियों से वसूल रहे है। कुंभ से पहले आम दिनों में जहां स्लीपर कोच का किराया 1800 से 2000 रूपए था, उसे बढाकर 3000 से लेकर 3500 रूपए तक वसूला जा रहा है। हालांकि पिछले दिनों गंगा किनारे हुई भगदड़ की घटना के बाद प्रयागराज महाकुंभ के लिए जाने वाली बसों के किराए में गिरावट भी आ गई है।
भाठागांव बस टर्मिनल से इन दिनों गिने-चुने ही यात्री बसे प्रयागराज जा रही है। इनमें राम दूत और मनीष ट्रैवल की यात्री बस के साथ अन्य बसे शामिल हैं। इन ट्रैवल कंपनियों की स्लीपर बसे अयोध्या तक चल रही है, लेकिन महाकुंभ के शुरूआत से ही ट्रैवल संचालकों ने फायदा उठाने के इरादे से आम श्रद्वालुओं से मनमाना किराया वसूलना शुरू कर दिया है जबकि डीजल की कीमते पिछले एक वर्ष से यथावत है।