मल्टीमीडिया डेस्क। एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि कुछ लोग कॉफी पर बुलबुले देखकर असहज हो जाते हैं। वे लोग ट्राइपफोबिया के नाम से जाने जाने वाले एक अजीब भय से पीड़ित होते हैं। यह फोबिया दुनियाभर के कई लोगों को है और उनमें से अधिकांश लोग गोल, छालेदार चीजों को देखकर डरते हैं।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अधिकांश संक्रामक रोग जीवाणु या वायरस के कारण होते हैं। और इन रोगों के लक्षण जैसे चिकन पॉक्स, खसरा, दाद गोल छालों के रूप में दिखते हैं। यह गोल आकार में बनाती है और यह गड़बड़ लोगों को डरावनी लगती हैं। ट्राइपफोबिया इसी तरह का डर है, जानते हैं इसके बारे में।
परिभाषा के अनुसार, ट्राइपोफोबिया छेद का डर है। यह कहना ज्यादा उचित होगा कि एक ही जगह पर कई छेद को देखकर किसी व्यक्ति को अजीब तरह का डर लगता है। कुछ डॉक्टर और विशेषज्ञ अभी भी यह मानते हैं कि छेद का ऐसा कोई भय नहीं है। हालांकि, दुनिया भर के कई लोगों ने दावा किया है कि उन्हें एक ही जगह पर कई छेडदार चीजें देखकर डर लगता है।
जो लोग इस फोबिया से पीड़ित होते हैं वे क्लस्टर होल या फफोले को देखकर घबराते हैं। जिन लोगों में इस फोबिया के होने का पता चला है, उनमें के कई लोगों ने इस फोबिया के लक्षणों पर चर्चा करने के लिए अलग-अलग पेज और ग्रुप बनाए हैं।
ट्राइपोफोबिया के लक्षणों में छेद या छाले के क्लस्टर को देखकर पीड़ित को असहज लगता है और खुजली होती है। कमल के बीज, स्पंज, घोंसले आदि को देखकर पीड़ित व्यक्ति में यह लक्षण उभरने लगते हैं।
ट्राइपफोबिया का पता लगाने के लिए कोई डायग्नोस्टिक टेस्ट नहीं होता है। जो भी व्यक्ति इस तरह के फोबिया से जूझ रहे हैं, वे छेद और छाले वाली तस्वीरों को देखकर खुद अपनी रिएक्शन का पता कर सकते हैं।
ट्राइपफोबिया के मरीज भी किसी भी अन्य व्यक्ति की तरह सामान्य जीवन जी सकता है। हालांकि, वे उस किसी भी चीज के संपर्क में नहीं आए, जिसमें कई छेद हों। इन दी गई तस्वीरों को देखकर ट्राइपफोबिक व्यक्ति परेशान हो सकता है। ये चीजें लिविंग और नॉन-लिविंग किसी भी तरह की हो सकती हैं।