मुंबई। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केंद्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्त की नियुक्ति की मांग नहीं मानने पर पद्म भूषण लौटाने की धमकी दी है। वहीं दूसरी तरफ अनशन को लेकर राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ गई है। राज्य के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन और विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने अन्ना से मुलाकात कर अनशन खत्म करने की अपील की। महाजन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस का पत्र लेकर हजारे से मिलने आए थे। वह सोमवार को फिर उनसे मिलेंगे।
समाजसेवी अन्ना हजारे का रालेगण सिद्धि में बेमियादी आमरण अनशन रविवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। इसी दौरान उन्होंने कहा, "अगर यह सरकार देश से किए गए वादों को अगले कुछ दिनों में पूरा नहीं करती है तो वह अपना पद्म भूषण सम्मान लौटा देंगे। मोदी सरकार लोगों का विश्वास तोड़ रही है।" उधर, अन्ना के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे डॉ. धनंजय पोटे ने बताया कि पांच दिन में उनका करीब 3.8 किलो वजन घटा है। ब्लड प्रेशर और शुगर के स्तर में वृद्धि के साथ ही यूरिन में संक्रमण भी बढ़ गया है।
अन्ना समर्थकों ने हाईवे किया जाम
अन्ना समर्थकों ने पारनेर तहसील के सूपा गांव में अहमदनगर-पुणे स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। यह स्थान रालेगण सिद्धि से 38 किमी दूर है। कई घंटे बाद पुलिस ने जाम खुलवाया। इस दौरान करीब 110 लोगों को हिरासत में भी लिया गया, हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
अन्ना की जान से ना खेलें: उद्धव
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार से कहा कि वह अन्ना का अनशन खत्म कराने के लिए तुरंत दखल दे और उनकी जान से नहीं खेले। ठाकरे ने पीएमओ के उस कथित पत्र को निंदनीय और हास्यास्पद बताया, जिसमें अन्ना द्वारा भेजे गए पत्र पर ठंडी प्रतिक्रिया जताई गई थी। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि अन्ना की लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है, जिससे सारा देश जूझ रहा है।