बलिया। शहर से सटे गड़वार रोड पर मुलायम नगर स्थित एक भवन में संचालित फर्जी बैंक का भंडाफोड़ कर्नाटका बैंक नई दिल्ली से आई टीम ने पुलिस संग बुधवार को किया। कर्नाटका बैंक लि. के नाम चल रहे इस बैंक के मैनेजर अफाक अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वह भंद्रा जिला बदायूं (उप्र) का मूल निवासी है और अपना नाम व पता बदल कर विनोद कुमार कांबले निवासी विक्रौली, मुंबई के नाम से इस पद कार्यरत था। इस बैंक से 1.37 लाख नकद और लैपटॉप, कंप्यूटर व फर्जी आइडी मिली है। इसका सरगना विक्रम कुमार सिह निवासी पंजाब फरार हो गया।
पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई। इसमें कई लोगों के ठगे जाने की आशंका जताई जा रही है। राम चंद्र प्रसाद ने कर्नाटका बैंक लि. खोलने के लिए 17 फरवरी को दो कमरे किराए पर दिए थे। इसमें एक मैनेजर व तीन महिला कर्मचारियों को रखा गया था।
विनोद कुमार कांबले फर्जी नाम से मैनेजर के पद से बैंक चलाने लगा। इस बैंक में खाता खोलने के साथ ही फ्रेंचाइजी देने के नाम पर पैसा जमा कराया जाने लगा। इसके तहत बैंक में फ्रेंचाइजी लेने वालों की भीड़ लगने लगी। भीड़ देख फ्रेंचाइजी की दर भी बढ़ा दी गई।
इसमें कइयों ने जमानत धनराशि जमा करने के साथ ही आवेदन कर दिए थे। इसी बीच किसी आवेदक ने ऑनलाइन कर्नाटका बैंक की वेबसाइट पर मिले नंबर पर कॉल कर इसके बारे में जानकारी ली। उधर से मैनेजर ने फर्जी चल रहे बैंक का फोटो मांगा। उस आवेदक को किसी तरह की फ्रेंचाइजी लेने से मना कर दिया।
साथ ही रीजनल मैनेजर बीवीएच उपाध्याय ने अपने सीनियर अधिकारियों से वार्ता की। उच्चाधिकारियों का निर्देश मिलते ही वह सीधे वाराणसी आ गए। अपने बैंक की वाराणसी शाखा से वह कुछ कर्मचारियों को लेकर बलिया पहुंचे। यहां पर उन्होंने खुद बैंक के संचालन स्थल का निरीक्षण किया।
इसके बाद सीओ सिटी हितेंद्र कृष्ण से वार्ता कर सदर कोतवाल शशिमौलि पाण्डेय के साथ छापेमारी कर दी। पुलिस ने मैनेजर को हिरासत में ले लिया। इस बीच इसका सरगना गायब मिला। फिलहाल जिस मकान में बैंक चल रहा था उसे सीज कर दिया गया है।