एजेंसी, नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल (सीएए) लागू होने के बाद से इस मुद्दे पर सियासत तेज है। ताजा घटनाक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। वहीं भाजपा की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इनके आरोपों का जवाब दिया।
ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल के आरोपों का जवाब देने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये राजनेता सीएए पर भ्रम फैला रहे हैं, क्योंकि इनकी राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है।
उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया कि सीएए से किसी नागरिकता नहीं जाएगी। यह नागरिकता देने वाला कानून है। ना ही इससे किसी की नौकरी छिनी जाएगी।
#WATCH | On Arvind Kejriwal's statement on CAA, BJP leader RS Prasad says, "It does not at all deprive any Indians of their citizenship. CAA only gives citizenship to those who are persecuted based on their faith. I want to tell those trying to spread communal tension in the name… pic.twitter.com/fiNx9wkksJ
— ANI (@ANI) March 13, 2024
ममता बनर्जी ने इस बात पर सवाल उठाया कि रमजान से एक दिन पहले सीएए क्यों लागू किया गया। भाजपा मुस्लिमों को डराना चाहती है। भाजपा चुनाव से ऐन पहले वोट बैंक के लिए सीएए लेकर आई है।
#WATCH | Delhi CM Arvind Kejriwal says, "What is this CAA? BJP Government at the Centre says that if minorities from three countries - Bangladesh, Pakistan and Afghanistan - want to get Indian citizenship, they will be granted the same. It means that a large number of minorities… pic.twitter.com/GLdQ8ggmBM
— ANI (@ANI) March 13, 2024
वहीं अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा मुख्य मुद्दों से भटकाना चाहती है। भाजपा पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से लोगों को लाकर यहां भरना चाहती है, जबकि हमारे यहां ही लोगों के पास नौकरी नहीं है। इन लोगों को कहां रखा जाएगा, कहां नौकरी दी जाएगी। पाकिस्तान के लोग यहां आकर हमारे युवाओं की नौकरी छिनेंगे। इसलिए सीएए लागू नहीं होने दिया जाएगा।