Punjab: सीबीआई ने चंडीगढ़ में 7 साल पहले हुए हत्या के एक मामले में एक जज की बेटी को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय स्तर के शूटर और अधिवक्ता सुखमनप्रीत सिंह सिद्धू उर्फ सिप्पी सिद्धू की साल 2015 में चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के एक पार्क में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के करीब सात साल बाद सीबीआई ने आरोपी कल्याणी सिंह को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की हैं। आरोपी को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिन की रिमांड पर भेज दिया गया। अब चंडीगढ़ सीबीआई की टीम आरोपी से पूछताछ करेगी। आपको बता दें कि कल्याणी गवर्नमेंट कॉलेज में लेक्चर है और हिमाचल हाईकोर्ट के जस्टिस की बेटी है।
CBI arrests Kalyani, daughter of a serving justice of Himachal Pradesh High Court, in connection with the 2015 Sukhmanpreet Singh aka Sippy Sidhu murder case. Kalyani is an assistant professor at a PG College in Chandigarh: CBI sources
— ANI (@ANI) June 15, 2022
कैसे हुई गिरफ्तारी?
20 सितंबर 2015 की रात को सेक्टर-27 स्थित नेबरहुड पार्क के पास से नेशनल शूटर सुखमनप्रीत सिंह उर्फ सिप्पी सिद्धू का शव मिला था। सुखमनप्रीत को चार गोलियां मारी गई थी। सिप्पी की हत्या के बाद यूटी पुलिस ने एसआइटी बनाकर जांच शुरू की, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। 22 जनवरी 2016 को यूटी पुलिस ने जिला अदालत में बताया कि मामला सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया है। सीबीआई ने 13 अप्रैल 2016 को अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की थी।
सिप्पी के परिवार वालों ने पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के एक जज की बेटी पर आरोप लगाए थे। हालांकि उसके बाद जज का ट्रांसफर राजस्थान हाई कोर्ट में हो गया था। उससे पूछताछ के लिए सीबीआई ने दिल्ली हेडक्वार्टर से इजाजत मांगी और इजाजत मिलने के बाद युवती कल्याणी से पूछताछ भी की गई थी। लेकिन सीबीआई को भी कुछ ठोस हाथ नहीं लगा।
सितंबर 2016 में, सीबीआई के अधिकारियों ने कोई सुराग देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। सीबीआई ने एक अखबार का विज्ञापन भी दिया जिसमें कहा गया था कि "यह मानने का कारण है कि हत्या के समय एक महिला सिप्पी के हत्यारे के साथ थी। उक्त महिला को भी आगे आकर निर्दोष होने पर हमसे संपर्क करने का मौका दिया जा रहा है।" कोई नतीजा नहीं निकलने पर 2021 में हत्या का सुराग देने पर सीबीआई ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अब लगता है कि सीबीआई को कुछ ठोस सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर कल्याणी सिंह को गिरफ्तार किया गया।