हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्राबाबू नायडू ने तिरुपति में तिरूमाला के प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर का दौरा किया। अपने परिवार के सदस्यों के साथ भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन कर उन्होंने लोगों को मकर संक्रांति के लोगों को बधाई दी। हालांकि, इस बार मुख्यमंत्री से ज्यादा उनके पौत्र लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र में थे।
करीब दो वर्षीय नारा देवांश आंध्र प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश के एकलौते बेटे हैं। मुख्यमंत्री नायडू के साथ इस मौके पर उनकी पत्नी, बेटा लोकेश और उसकी पत्नी नारा ब्रह्माणी भी मौजूद थीं।
देवांश ने अपने दादाजी और दादी के साथ मंदिर की विभिन्न पूजा-प्रक्रियाओं में रुचि दिखाई। उनकी मां नारा ब्रह्माणी तेलगू सिने अभिनेत्री बालकृष्ण की बेटी और पूर्व मुख्यमंत्री एन तारक रामाराव की पोती हैं। वह मंदिर में बेटे देवांश को पूजा करते हुए खुशी से देख रही थीं।
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मंदिर में दर्शन करने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए नायडू ने कहा कि भगवान वेंकटेश्वर सबसे शक्तिशाली सार्वभौमिक देवता है। यह अनूठी शक्ति हर दिन तिरुमला में कई भक्तों को आकर्षित कर रही है। टीटीडी भी आम भक्तों के लाभ के लिए विस्तृत व्यवस्था कर रही है। सभी भक्तों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं।
दादा से अमीर है पोता
आपको जानकर अचरज होगा कि चंद्रबाबू नायडू का पोता देवांश उनसे ज्यादा अमीर है। जहां नायडू की प्रॉपर्टी 3,73 करोड़ है, वहीं उनके देवांश के पास 11.57 करोड़ की प्रॉपर्टी है। यह जानकारी देवांश के पिता और चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने दी थी।
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उन्होंने बताया था कि देवांश की दादी भुवनेश्वरी ने देवांश को 9.17 करोड़ की प्रॉपर्टी दी है। वहीं, देवांश के नाना और फिल्म एक्टर बालाकृष्णा ने बच्चे के नाम पर 2.4 करोड़ का फिक्स डिपॉजिट किया है।