मल्टीमीडिया डेस्क। नेहरू खानदान का भारत को आजादी दिलवाने में अहम योगदान रहा है। पंडित मोतीलाल नेहरू से लेकर जवाहरलाल नेहरू और उनके परिवार के दूसरे सदस्यों ने हिंदुस्तान की आजादी की लड़ाई में काफी कुछ न्यौछावर किया है। इसलिए हिंदुस्तान के आजाद होने के करीब 72 साल बाद भी उनको बड़ी शिद्दत के साथ याद किया जाता है। उनके कार्यों को याद किया जाता है और नेहरू परिवार के सम्मानीय सदस्यों को श्रद्धासुमन अर्पित किए जाते हैं।
आजादी की लड़ाई में नेहरू परिवार के एक ऐसे ही शख्स ने अपना सब कुछ समर्पित किया था। नेहरू परिवार में जन्म लेकर आजाद हिंदुस्तान के पहले प्रधानमंत्री बनने वाली इस शख्सियत का नाम है, पंडित जवाहरलाल नेहरू। पंडित नेहरू को महात्मा गांधी का सानिध्य मिला और वह आजादी के आंदोलन एक खास सिपाही बन गए। देश के स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने फिरंगी राज का जमकर विरोध किया और भारतवर्ष के विशाल जनसमूह की नेतृत्व कर वो जननायक बने।
इसलिए मनाया जाता है 14 नवंबर को बाल दिवस
14 नवंबर के दिन देशभर में बाल दिवस मनाया जाता है। इस दिन बच्चों को विशेषकर स्कूलों में नन्हे-मुन्ने बच्चों को उपहार दिए जाते हैं और उनकी रुचि के अनुसार सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेल का आयोजन किया जाता है। आखिर 14 नवंबर को ही बाल दिवस के लिए क्यों चुना गया? इसके लिए हमको इतिहास की गर्तों में जाना होगा। संयुक्त राष्ट्र संघ ने 20 नवंबर 1954 को बाल दिवस मनाने की घोषणा की थी और हिंदुस्तान में भी 1964 से पहले तक संयुक्त राष्ट्र संघ की घोषणा के अनुसार 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता था।
लेकिन 27 मई 1964 को पंडित जवाहर लाल नेहरु का देहवसान हो गया। चूंकि पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर को हुआ था। पंडित नेहरू बच्चों को बहुत प्यार करते थे और बच्चों के बीच वह काफी घुल-मिल जाते थे। बच्चों से उनके लगाव को देखते हुए उनको चाचा नेहरू कहा जाता था, इसलिए बच्चों से उनके स्नेहभरे रिश्ते को देखते हुए बालदिवस मनाने की तारीख को बदलने का फैसला किया गया और 20 नवंबर की जगह 14 नवंबर को बाल दिवस मनाने कानिर्णय किया गया। बच्चों के प्रति उनके प्यार को देखते हुए बाल दिवस उनको समर्पित कर दिया गया।
दुनियाभर में मनाया जाता है बालदिवस
बाल दिवस सिर्फ हिंदुस्तान में ही नहीं दुनिया के दूसरे मुल्कों में भी मनाया जाता है। इन सभी देशों में इसको मनाने की तारीख अलग-अलग है। कुछ देशों में बाल दिवस एक जून को मनाया जाता है।इसी तरह चीन में चार अप्रैल, पाकिस्तान में एक जुलाई, ब्रिटेन में तीस अगस्त, जापान में पांच मई, पश्चिमी जर्मनी में बीस सितम्बर और अमेरिका में जून के दूसरे रविवार को बाल दिवस मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने 20 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस मनाने के एलान के साथ बाल अधिकारों की भी घोषणा की थी। संयुक्त राष्ट्र की घोषणा के मुताबिक बाल अधिकारों को चार अलग-अलग भांगों में बांटा गया है। जिसमें जीवन जीने का अधिकार, संरक्षण का अधिकार, सहभागिता का अधिकार और विकास का अधिकार शामिल हैं।