डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Narendra Mohan Smriti Vyakhyan: दैनिक जागरण के पूर्व प्रधान संपादक और लेखक नरेन्द्र मोहन जी की जयंती के अवसर पर 10 अक्टूबर, 2025 को उनकी स्मृति में जागरण साहित्य सृजन सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने चयनित लेखक को सम्मानित किया। गृह मंत्री ने कहा कि आपातकाल के समय नरेंद्र मोहन जी के नेतृत्व में दैनिक जागरण ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी थी, जिसके कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
कांग्रेस की सरकारों ने शरणार्थी बना दिया
गृह मंत्री ने कहा कि आज़ादी के बाद भारत के नेताओं ने पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों से वादा किया था कि अभी दंगे हो रहे हैं, इसलिए अभी मत आओ; बाद में हम आपको नागरिकता देंगे। यह नेहरू-लियाकत पैक्ट का हिस्सा था। लेकिन कांग्रेस की सरकारों ने उन्हें नागरिकता नहीं दी, उन्हें शरणार्थी बना दिया। जब मोदी जी की पूर्ण बहुमत से सरकार बनी, तब हमने उन्हें नागरिकता दी।
बहुत से मुसलमानों ने घुसपैठ की
अमित शाह ने कहा कि आज़ादी के बाद पाकिस्तान में हिंदू 13% और अन्य अल्पसंख्यक 1.2% थे। अब वहाँ हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक केवल 1.73% रह गए हैं। बांग्लादेश में हिंदू 22% थे, अब मात्र 7.9% रह गए हैं। ये सभी हिंदू जो वहाँ कम हुए, वे धर्मांतरण नहीं हुए, उनमें से बहुतों ने प्रताड़ना के कारण भारत में शरण ली। और भारत में जो मुसलमानों की संख्या बढ़ी, उसका कारण यह है कि बहुत से मुसलमानों ने घुसपैठ की।
दैनिक जागरण ने सिखाई हिंदी
गृह मंत्री ने कहा कि जब राष्ट्रीय राजनीति में आया तो मुझे गुजराती आती थी लेकिन कांग्रेस ने मुझे एक केस में फंसा दिया था जिसके कारण मुझे दिल्ली में गुजरात भवन में रहना पड़ता था। उस वक्त मेरे पास काम नहीं था और ज्यादा लोग बुलाते नहीं थे। ऐसे में मैं हर रोज दैनिक जागरण के प्रथम पेज का अनुवाद गुजराती में करता था, ताकि मेरी हिंदी अच्छी हो सके। मेरी हिंदी अच्छी करने का श्रेय दैनिक जागरण को जाता है।
भारत में मुस्लिम आबादी 24.6% की दर से बढ़ी
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज़ादी के बाद हुई जनगणनाओं में 1951 में हिंदू 84%, मुस्लिम 9.8%, 1971 में हिंदू 82%, मुस्लिम 11%, 1991 में हिंदू 81%, मुस्लिम 12.21%, 2011 में हिंदू 79%, मुस्लिम 14.2% रही। भारत में मुस्लिम आबादी 24.6% की दर से बढ़ी। यह वृद्धि घुसपैठ के कारण हुई।
'पत्रकारों पर कोई बंधन नहीं रखा'
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोहन जी जब भाजपा की टिकट पर राज्यसभा सदस्य बने, तब उनसे पत्रकारिता की इंटिग्रिटी पर सवाल पूछने वाले पत्रकारों से उन्होंने कहा कि “मेरे पास केवल एडिटोरियल है, बाकी सारा पेज आपके पास है। आपको जो लिखना है, लिखें।” उन्होंने कभी भी पत्रकारों पर कोई बंधन नहीं रखा था
आपातकाल में दैनिक जागरण ने लड़ी थी जनता की लड़ाई
अमित शाह ने कहा कि जब आपातकाल लगा, तब हमारे देश के लोकतंत्र की और पत्रकारिता की परीक्षा थी। नरेंद्र मोहन जी के नेतृत्व में दैनिक जागरण ने उसके खिलाफ लड़ाई लड़ी, जिसके कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।