नई दिल्ली Covishield Vaccine । ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्रेजेनेका की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) को भारत में आपातकालीन उपयोग करने की अनुमति आज नए साल के गिफ्ट के रूप में मिल गई अनुमति मिल गई है। सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने कोविशील्ड वैक्सीन को सशर्त मंजूरी दे दी है। इसी के साथ भारत में जल्द ही कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है। ऐसे में हर किसी के मन में यह सवाल है कि आखिर उन्हें यह वैक्सीन कब तक मिल जाएगी, इसकी कीमत क्या होगी, कितने डोज देश में तैयार हो चुके हैं और इसे कैसे हासिल किया जा सकता है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने तैयार की है वैक्सीन
गौरतलब है कि कोविशील्ड वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर तैयार किया है। भारत से पहले ब्रिटेन में भी बुधवार को ही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है और भारत में अदार पूनावाला की सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) भारत में ट्रायल्स कर रहा है। भारत में इसी वैक्सीन को एक्सपर्ट कमेटी ने सशर्त मंजूरी की सिफारिश की है। गौरतलब है कि उत्पादन के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी में सीरम इंस्टीट्यूट का नाम ही आता है। इसकी स्थापना 1966 में हुई थी। इसके संस्थापक डॉ साइरस एस पूनावाला थे।
ये होगी वैक्सीन की कीमत
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से भारत सरकार ने एक डोज 200 रुपए में खरीदा है। एक व्यक्ति को इस वैक्सीन के दो डोज लेने होंगे। ऐसे में दो डोज की वैक्सीन 400 रुपए में दी जाएगी। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रमुख आदर पूनावाला ने मीडिया को बताया कि ये दाम सिर्फ सरकार के लिए है, क्योंकि सरकार सीरम से करोड़ों डोज खरीद रही है। अगर कोई प्राइवेट कंपनी वैक्सीन की डोज खरीदती है तो 1000 रुपए एक डोज के लिए देने होंगे। यानी किसी प्राइवेट जगह से वैक्सीन लेने का खर्च 2000 रुपए होगा।
मार्च तक तैयार होंगे 10 करोड़ डोज
विशेषज्ञों की मानें तो सभी कुछ ठीक रहा तो दो सप्ताह के भीतर देश में वैक्सीनेशन का काम शुरू हो जाएगा। सीरम इंस्टीट्यूट की तैयारी मार्च तक 10 करोड़ डोज उपलब्ध कराने की है। भारत में पहले फेज में प्रायरिटी ग्रुप्स में शामिल 30 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट किया जाना है। कंपनी एक मिनट में 5000 वैक्सीन तैयार करने की क्षमता रखती है।
लोगों को कब से वैक्सीन लगेगी?
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया वीजी सोमानी के मुताबिक पूरे डाटा की प्रतीक्षा किए बिना ही पहले और दूसरे चरण के परीक्षणों के आधार पर आपात स्थिति के लिए अनुमति दे दी गई है। इसी महीने के अंत से पहले आम लोगों तक वैक्सीन पहुंच जाएगी। वैक्सीन विभिन्न स्तर पर ट्रायल के फाइनल स्टेज में है।
इन लोगों को सबसे पहले लगेगी कोरोना वैक्सीन?
केंद्र सरकार ने प्राथमिकता वाले ग्रुप का चयन किया है। सबसे पहले समूह में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं। कोविड-19 वैक्सीन प्राप्त करने वाला अगला समूह 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति और 50 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति होंगे क्योंकि इस श्रेणी में मृत्यु दर अधिक है।
पहले चरण में कितने लोगों को लगेगी वैक्सीन?
केंद्र सरकार विभिन्न वैक्सीन निर्माता कंपनियों से वैक्सीन खरीदने को लेकर चर्चा कर रही है। केंद्र सरकार ड्राइव के पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों को टीका लगाने की योजना बनाई है। सीरम इंस्टीट्यूट से वैक्सीन के करोड़ों डोज खरीदने को लेकर चर्चा हो चुकी है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया अब तक ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका कोविड-19 टीके की करीब 5 करोड़ खुराक का उत्पादन कर चुकी है। उसका लक्ष्य अगले साल मार्च तक 10 करोड़ खुराक के उत्पादन का है।
स्वैच्छित होगा वैक्सीन लेना
कोरोना वैक्सीन को मंजूरी जरूर मिल गई है, लेकिन इसे लगाना हर किसी के लिए जरूरी नहीं है। कोरोना का टीका लगवाना स्वैच्छिक है। हालांकि स्वयं की सुरक्षा के लिए वैक्सीन का पूरा डोज लेने की सलाह दी जाती है ताकि इस बीमारी को अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों, संबंधियों और काम करने वाले सहयोगियों में प्रसार से रोका जा सके।
कोरोना से ठीक है गए हैं तो भी लगवा सकते हैं वैक्सीन
देश में लाखों लोग ऐसे हैं, जो कोरोना संक्रमण के बाद ठीक हो चुके हैं। ऐसे में उनके शरीर में एंटीबॉडी विकसित हो चुकी है, लेकिन ये एंटीबॉडी कुछ समय के लिए ही काम करती है। ऐसे में फिर से कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन ली जा सकती है। यह कोरोना के खिलाफ इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करेगा।
सरकार की ऐसी है तैयारी
केंद्र सरकार ने गुरुवार को बताया कि दो जनवरी को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा कोविड-19 टीकाकरण का ड्राई रन किया जाएग, जिससे कि अभियान में आने वाली चुनौतियों की पहचान की जा सके। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुछ राज्यों के जिलों इसका ड्राई रन किया जाएगा। जहां साजो-सामान संबंधी सुविधाओं की अच्छी व्यवस्था नहीं है, वहां व्यवस्था दुरुस्त करने में मदद मिलेगी। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास शुरू करने की प्रभावी तैयारियां शुरू करने को भी कहा है।