अरब सागर में उठा Cyclone Nisarga तेजी से मुंबई और गुजरात की तरफ बढ़ रहा है और इसे लेकर तैयारी भी की जा चुकी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में भारी तबाही मचा सकता है। इसके बाद अलर्ट जारी किया जा चुका है। मुंबई को डराने वाले इस Cyclone Nisarga का मतलब क्या आप जानते हैं? साथ ही यह नाम इसे किसने दिया? अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं।
दरअसल, Cyclone को Nisarga नाम मिला है निसर्ग Nisarga का अर्थ प्रकृति होता है और यह नाम बांग्लादेश ने दिया है। चक्रवातों के नाम वैज्ञानियों और आपदा प्रबंधकों को उसकी पहचान करने, जागरूकता पैदा करने और लोगों के बीच व्यापक और प्रभावी तरीके से चेतावनी प्रसारित करने में मदद के लिए दिए जाते हैं।
ऐसे तय होते हैं नाम
दरअसल, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उठने वाले चक्रवातों को नाम देने की शुरुआत साल 2000 में हुई थी और 2004 में इसके लिए एक फॉर्मूला मंजूर किया गया था। वर्ष 2000 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन और एशिया व प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामाजिक आयोग के 27वें सत्र में इसको लेकर सहमति बनी थी। नाम देने के लिए गठित पैनल में इन दोनों सागर के किनारे बसे 13 देश- भारत, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाइलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन इसमें शामिल हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अप्रैल 2020 में 160 नामों की सूची जारी की थी, जिसमें इन सभी 13 देशों के सुझाए नाम शामिल हैं। नई सूची में निसर्ग के अलावा अर्णब, आग, व्योम, अजर, प्रभंजन, तेज, गति, लुलु इत्यादि नाम शामिल हैं। नई सूची में पुरानी सूची से आखिरी नाम एम्फन को भी शामिल किया गया था, जिसे पिछले दिनों बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान का नाम दिया गया।