
डिजिटल डेस्क। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह नेटवर्क पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारत में चीन और तुर्किये में बनी पिस्तौलें मंगवा कर कुख्यात गैंगस्टरों तक पहुंचाता था।
पुलिस ने बताया कि पाकिस्तानी ISI से जुड़े इस तस्करी गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों की पहचान अजय, मंदीप, दलविंदर और रोहन के रूप में हुई है। यह गिरोह पाकिस्तान के रूट से तुर्किये और चीन में तैयार महंगी पिस्तौलें भारत में सप्लाई करता था।
हथियार ड्रोन के माध्यम से पंजाब में गिराए जाते थे, जिसके बाद इन्हें आगे बेच दिया जाता था। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 10 विदेशी पिस्तौलें और 92 कारतूस बरामद किए। आरोपी दिल्ली और आसपास के राज्यों के अपराधियों व गैंगस्टरों को हथियार मुहैया कराते थे। गिरफ्तार किए गए चार में से दो आरोपी पंजाब के रहने वाले हैं। पुलिस इस समय इनके फोन रिकॉर्ड, बैंक लेनदेन और यात्रा इतिहास की जांच कर रही है, ताकि इनके माध्यम से भारत में आने वाली खेपों की संख्या का पता लगाया जा सके और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा सके।
यह कार्रवाई 10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार विस्फोट के बाद राजधानी में कड़ी सुरक्षा के बीच की गई है। इस विस्फोट में 10 लोग मारे गए थे और 26 से ज्यादा घायल हुए थे। इस मामले में दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर समेत देशभर में छापेमारी जारी है।
जांचकर्ताओं को हथियार रैकेट और विस्फोट के पीछे के आतंकी मॉड्यूल के बीच कोई सीधा संबंध नहीं मिला है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि तस्करी नेटवर्क के बड़े गिरोहों से संबंध संगठित अपराध और विदेशी समर्थित गुर्गों के बढ़ते मेलजोल की तरफ इशारा करते हैं। जांच के विस्तार के साथ और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।