Radhakrishnan Anmol Vachan: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 10 अनमोल विचार, जो बदल देंगे हर परेशान इंसान की जिंदगी
Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi: सनातन धर्म को लेकर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने एक बार कहा था कि सनातन धर्म सिर्फ एक आस्था नहीं है। यह तर्क और अन्दर से आने वाली आवाज का समागम है, जिसे सिर्फ अनुभव किया जा सकता है, परिभाषित नहीं।
Publish Date: Thu, 05 Sep 2024 10:04:35 AM (IST)
Updated Date: Thu, 05 Sep 2024 01:02:39 PM (IST)
Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi: डॉ. राधाकृष्णन ने धर्म और राजनीति पर भी सटीक टिप्पणियां की हैं, जो आज ज्यादा प्रासंगिक लगती हैं।HighLights
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था
- इनके सम्मान में इस साल देश में मनाया जाता है शिक्षक दिवस
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन हमेशा किताबें पढ़ने पर जोर देते थे
नेशनल डेस्क, इंदौर (Dr. Sarvepalli Radhakrishnan Quote)। 5 सितंबर को देशभर में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। यूं तो राधाकृष्णन भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति रहे, लेकिन देश उनका एक आदर्श शिक्षक के रूप में देखता है।
राधाकृष्णन की कही बातें (Dr Sarvepalli Radhakrishnan Anmol Vachan) आज भी प्रेरणा स्रोत हैं। हर साल शिक्षक दिवस पर ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ के उनके सिद्धांत की चर्चा होती है। यहां पढ़िए राधाकृष्णन के कहे गए कुछ अनमोल विचार।
Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi
- उम्र या युवावस्था का काल-क्रम से लेना-देना नहीं है। हम उतने ही नौजवान या वृद्ध हैं, जितना हम महसूस करते हैं। हम अपने बारे में क्या सोचते हैं, ये मायने रखता है।
- यदि मानव दानव बन जाता है तो ये उसकी हार है, यदि मानव महामानव बन जाता है तो ये उसका चमत्कार है। यदि मनुष्य मानव बन जाता है, तो ये उसकी जीत है।
- सनातन धर्म सिर्फ एक आस्था नहीं है। यह तर्क और अन्दर से आने वाली आवाज का समागम है, जिसे सिर्फ अनुभव किया जा सकता है, परिभाषित नहीं।
- जिस प्रकार आत्मा किसी व्यक्ति की चेतना शक्तियों के पीछे की वास्तविकता है, उसी प्रकार परमात्मा इस ब्रह्माण्ड की समस्त गतिविधियों के पीछे का अनंत आधार है।
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- भगवान हम सबके भीतर रहता है, महसूस करता है और कष्ट सहता है, और समय के साथ उसके गुण, ज्ञान, सौंदर्य और प्रेम हममें से हर एक के अन्दर उजागर होते हैं।
- किताब पढ़ना, हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची खुशी देती है।
- पुस्तकें वो साधन हैं, जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं।
- आप जिस चीज के लिए विश्वास करते हैं और प्रार्थना करते हैं। वह आपको निश्चित ही मिलता है।
- व्यक्ति (विद्यार्थी) को कल्पनाशील होने के साथ-साथ स्वस्थ और आत्मविश्वासी भी होना चाहिए। यह उसके लक्ष्य तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करता है।
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- जीवन को एक बुराई के रूप में देखना और दुनिया को भ्रमित होकर देखना गलत है।
- कला मानवीय आत्मा की गहरी परतों को उजागर करती है। कला तभी संभव है जब स्वर्ग धरती को छुए।
- शांति, राजनीतिक या आर्थिक बदलाव से नहीं आ सकती बल्कि मानवीय स्वभाव में बदलाव से आ सकती है।
- केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है। स्वयं के साथ ईमानदारी, आध्यात्मिक अखंडता की अनिवार्यता है।
- लोकतंत्र सिर्फ विशेष लोगों में नहीं, बल्कि हर एक मनुष्य की आध्यात्मिक संभावनाओं में एक यकीन है।
- हमें मानवता को उन नैतिक जड़ों तक वापस ले जाना चाहिए, जहां से अनुशासन और स्वतंत्रता, दोनों का उद्गम हो।
- आध्यात्मिक जीवन भारत की प्रतिभा है।
- मानवीय स्वभाव मूल रूप से अच्छा है, और आत्मज्ञान का प्रयास सभी बुराइयों को खत्म कर देगा।
- परमात्मा पाप से मुक्त है, वृद्धावस्था से मुक्त है, मृत्यु और शोक से मुक्त है, भूख और प्यास से मुक्त है, जो कुछ भी नहीं चाहता है और कुछ भी कल्पना नहीं करता है।
- सहिष्णुता वो श्रद्धांजलि है जो सीमित मन असीमित की असीमता को देता है।