एजेंसी,भागलपुर। Indian Railways के शंटिंग यार्ड के विस्तार, अंडरपास निर्माण और बरारी से स्टेशन तक जलापूर्ति पाइपलाइन बिछाने के लिए मंगलवार को फिर से अपनी जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। रेलवे अधिकारियों और आरपीएफ की टीम जब भीखनपुर गुमटी नंबर एक और दो के बीच पहुँची, तो अतिक्रमणकारियों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया। महिलाओं और बच्चों को आगे कर उन्होंने जेसीबी के सामने कार्रवाई रोकने की कोशिश की।
अतिक्रमणकारियों ने पत्थरबाजी की और कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की की। विरोध देख रेलवे टीम को वहां से हटना पड़ा। थोड़ी देर बाद भारी पुलिस बल के साथ अधिकारी आए और उग्र प्रदर्शन कर रहे अतिक्रमणकारियों पर सख्ती दिखाई। हल्का बल और लाठीचार्ज किया गया।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए रेलवे ने जिला प्रशासन को सूचना दी। एसडीओ सदर विकास कुमार और अंचलाधिकारी जगदीशपुर मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर शांत कराया। अतिक्रमणकारियों का कहना था कि वे वर्षों से यहां झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे हैं। वे जमीन खाली करने को तैयार हैं, लेकिन पहले उन्हें वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराया जाए।
एसडीओ ने साफ कहा कि परियोजना का काम रोकना संभव नहीं है, इसलिए जमीन खाली करना जरूरी है। साथ ही अन्य जगह शिफ्ट करने की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने जानकारी दी कि अधिकांश अतिक्रमणकारियों के पास अपनी जमीन या मकान है, लेकिन वे रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं।
रेलवे ने कहा कि उग्र प्रदर्शन कर सरकारी कार्यों में बाधा डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह कोई पहली घटना नहीं है, 13 जून को भी इसी तरह महिलाओं और बच्चों को आगे करके अतिक्रमणकारियों ने पथराव किया था और कार्रवाई रोकी थी।
रेलवे के अधिकारी और एआईएन/आईओडब्ल्यू के अनुसार, जल्द ही अतिक्रमण हटाने की अगली कार्रवाई की तारीख तय की जाएगी। पटरियों और अंडरग्राउंड रास्ते के निर्माण का काम पहले ही शुरू हो चुका है।
लोगों का क्या कहना
अतिक्रमणकारियों का कहना है कि कार्रवाई केवल झोपड़ियों पर हो रही है जबकि बड़े घर वाले लोगों ने भी रेलवे जमीन पर कब्जा कर लिया है। उनका कहना है कि सभी अतिक्रमणकारियों पर समान कार्रवाई होनी चाहिए।