एक प्रचलित झूठ को झुठलाती महान वैज्ञानिक आइंस्टीन की मार्कशीट
महान वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टीन के बारे में ये झूठ दुनियाभर में प्रचलित है कि वे बचपन में बहुत कमजोर विद्यार्थी थे।
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Publish Date: Fri, 22 Jul 2016 07:54:30 AM (IST)
Updated Date: Fri, 22 Jul 2016 08:02:57 AM (IST)

महान वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टीन के बारे में ये झूठ दुनियाभर में प्रचलित है कि वे बचपन में बहुत कमजोर विद्यार्थी थे। कई जगह तो इसे कहानी बनाकर कमजोर स्टूडेंट्स की हौसलाअफजाई के लिए उपयोग किया जाता है। मगर ये बात बिलकुल गलत है।
आइंस्टीन शुरुआत से ही बहुत होशियार स्टूडेंट थे और लगभग हर विषय में अव्वल आते थे। ये हम नहीं बल्कि 1896 में जारी 17 साल के आइंस्टीन की यूनिवर्सिटी मेट्रिकुलेशन की मार्कशीट कहती है।
इसमें साफ दिख रहा है कि भौतिकी, ज्योमेट्री, अलजेब्रा और इतिहास में उन्हें 6 में से पूरे 6 अंक मिले हैं और पूरी मार्कशीट का औसत 5 अंक है। उनकी परीक्षा में अंकों की गणना स्विस स्कूल पद्धति से हुई थी, जिसमें 6 अंक मिलना बड़ी उपलब्धि थी।
फेल होने की बात सुनकर हंस दिए थे आइंस्टीन
आइंस्टीन के कमजोर छात्र होने की बात 1935 में एक अखबार में छपे कॉलम के कारण भी चर्चा में आई। हेडलाइन थी- 'गणित में फेल हुआ था एक महान जीवित गणितज्ञ।'
जब आइंस्टीन को ये बताया तो वे हंस दिए और बोले- मैं जब 15 साल का था तभी से डिफरेंशियल इंटेग्रल कैलकुलस में मेरी मास्टरी थी।
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जानिए आखिर कैसे दूसरों से अलग था इस जीनियस का दिमाग
महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का निधन यूं तो 1955 में हो गया था लेकिन उनका दिमाग और दिमागी क्षमता आज भी चर्चा में है। (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)