हैदराबाद में मिला फ्लाइंग स्नेक, हर जानने वाला रह गया हैरान
आमतौर पर यह उड़ने वाला सांप पश्चिमी घाट, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में पाए जाते हैं।
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Publish Date: Thu, 20 Jul 2017 04:09:46 PM (IST)
Updated Date: Mon, 02 Oct 2017 07:18:58 PM (IST)

हैदराबाद। हैदराबाद में गोशामहल के व्यस्त वाणिज्यिक इलाके में एक दुर्लभ उड़ने वाला सांप पाया गया और बचाया गया। ऑरनेट फ्लाइंग स्नेक हल्का विषैला सांप है, जिसे इससे पहले कभी तेलंगाना या आंध्र प्रदेश में नहीं देखा गया है।
आमतौर पर यह उड़ने वाला सांप पश्चिमी घाट, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में पाए जाते हैं। जब फ्रेंड्स ऑफ स्नेक सोसाइटी के बचाव दल के लोगों ने इसे पकड़ा तो यह रोलिंग शटर में छिपा हुआ था और इसे संकोपुरी बचाव केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया।
जहां से इस सांप को बचाया गया है, वहां कई लकड़ियों के डिपो हैं और विशेषज्ञों के मुताबिक यह सांप गलती से किसी अन्य राज्य से लकड़ी या प्लाईवुड माल के साथ वहां पहुंच गया है।
फ्रेंड्स ऑफ स्नेक सोसाइटी के ज्वाइंट सेक्रेट्री अरुण कुमार ने कहा कि जब हमें कॉल आया, तो लगा कि यह रैट स्नेक या कोबरा होगा। आमतौर पर इसी प्रजाति के सांप यहां पाए जाते हैं। मगर, हमारे संगठन के एक कर्मचारी ने बताया कि जब उसने उड़ने वाले इस सांप को देखा, तो उसे विश्वास ही नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि ऑरनेट फ्लाइंग स्नेक भारत में पाए जाने वाले तीन सर्प प्रजातियों में से एक है, जो उड़ सकता है। ये सांप अपने शरीर को सपाट करके हवा में ग्लाइडिंग कर सकते हैं। हालांकि, ये पक्षियों की तरह जमीन से उड़ान नहीं भर सकते हैं।
फ्रेंड्स ऑफ स्नेक सोसाइटी के जनरल सेक्रेट्री वी अनीश ने कहा कि हमारे पास अस्थाई रूप से इस सांप को रखकर इसका व्यवहारिक अध्ययन किया जाएगा। शोध के नतीजे एक साइंस जर्नल में प्रकाशित किए जाएंगे। तेलंगाना वन विभाग की मदद से इस सांप को उस वन क्षेत्र में भेज दिया जाएगा, जहां यह स्वाभाविक रूप से पाया जाता है।