G20 India: नई दिल्ली। देश की राजधानी नई दिल्ली में बने भारत मंडपम में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में दुनियाभर से आए देशों के लीडर्स ने भारत के साथ सभी देशों की संस्कृति और विरासत की झलक देखी। भारत मंडपम में बने 'संस्कृति गलियारे' में सभी मेहमानों को विरासतों का संगम नजर आया।
यह है भारत मंडपम का संस्कृति गलियारा
भारत मंडपम में बने संस्कृति गलियारे में जी-20 देशों के साथ आमंत्रित देशों की सांस्कृतिक वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया। सभी देशों से आए मेहमानों ने इसमें साझा विरासत को देखा। संस्कृति गलियारे में सभी देशों की अलग संस्कृतियों को प्रदर्शित किया गया। इस गलियारे में इंडोनेशिया के बाटिका पोशाक सहित देश की विरासत अष्टाध्यायी भी देखने को मिले।
Bharat Mandapam, the venue for the G20 Summit, showcases a unique international project - ‘Culture Corridor - G20 Digital Museum’. The culture corridor represents and celebrates the shared heritage of G20 members and invitee countries. It incorporates iconic and notable cultural… pic.twitter.com/aPl1SmeYgv
— ANI (@ANI) September 10, 2023
महर्षि पाणिनि ने अष्टाध्यायी व्याकरण ग्रंथ की रचना की थी। इसमें आठ अध्यायों में 4 हजार सूत्र लिखे गए हैं। संस्कृति गलियारे में इसकी तुलना ट्यूरिंग मशीन के साथ की गई।
इंडोनेशिया की बाटिक पोशाक
इंडोनेशिया की संस्कृति में बाटिक पोशाक को महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे बनाने के लिए मोम का उपयोग किया जाता है। बाटिक का मतलब कपड़े के ऊपर बिंदु बनाना है, वहीं मोनोटाइप का उपयोग ब्लाक प्रिंट के जरिए कपड़े पर मोम लगाने के लिए होता है। संस्कृति गलियारे को 9 सितंबर को शुरू किया गया था। इसके जरिए जी-20 में भारत के वसुधैव कुटुंबकम की झलक नजर आई, जिसमें सभी देशों की संस्कृतियों को प्रदर्शित किया गया।