नई दिल्ली। पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव होना तय हो गया है। हालांकि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सुरेश प्रभु निर्विरोध चुन लिए गए। वहीं, कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम, जद यू नेता शरद यादव और तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक और द्रमुक के सभी छह उम्मीदवारों ने निर्विरोध चुनाव जीत लिया।
शुक्रवार को राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन वापसी की अवधि खत्म होने के साथ महाराष्ट्र से सभी छह उम्मीदवारों का उच्च सदन में निर्वाचन हो गया। पी. चिदंबरम, गोयल और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल (एनसीपी), भाजपा के विनय सहस्त्रबुद्धे व विकास महात्मे और शिवसेना के संजय राऊत उच्च सदन में पहुंच गए हैं।
उत्तर प्रदेश की 11 सीटों के लिए मैदान में 12 उम्मीदवारों के चलते चुनाव होना तय हो गया है। यहां कई प्रमुख दल अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। रिर्टनिंग अफसर और प्रधान सचिव (विधानसभा) प्रदीप कुमार दुबे ने बताया कि राज्यसभा के 12 उम्मीदवारों में से किसी ने भी नामांकन वापस नहीं लिया है।
यहां राज्यसभा चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति महापात्र के कारण दिलचस्प हो गया है। प्रीति के आखिरी क्षणों में 12वां प्रत्याशी बनने के साथ अगले हफ्ते 11 सीटों के लिए निर्वाचन तय हो गया है। इसके चलते यूपी से कपिल सिब्बल की जीत दांव पर लग गई है। उन्हें पांच अतिरिक्त वोटों की जरूरत होगी जबकि कांग्रेस के 29 विधायकों और प्रत्येक प्रत्याशी को राज्यसभा तक पहुंचने के लिए 34 वोटों की आवश्यकता होगी।
इसी तरह, मध्यप्रदेश में तीन सीटों के लिए मतदान होगा। भाजपा के एमजी अकबर और पार्टी रणनीतिकार अनिल माधव दवे का जीतना तय है। जबकि तीसरे उम्मीदवार विनोद गोटिया बतौर निर्दलीय नामांकन भरा है। गोटिया की जीत के लिए भाजपा को आठ मतों और कांग्रेस को सिर्फ एक वोट कम पड़ रहा है।
कर्नाटक में भी केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन और कांग्रेस नेता जयराम रमेश व ऑस्कर फर्नांडिस के बीच चार सीटों के लिए चुनाव तय है। राजस्थान में चार राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव लड़ने वालों में भाजपा प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडु में भी हैं। हरियाणा की दो सीटों के लिए भी चार प्रत्याशियों में चुनाव होगा।
वहीं, तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक के चार प्रत्याशी आर. वैतिलिंगम, ए.नवनीतकृष्णन, ए.विजयकुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री एसआर बालासुब्रह्मामोनियनबिना किसी मुकाबले के राज्यसभा पहुंच गए हैं। वहीं, द्रमुक के दो प्रत्याशी आरएस भारती और टीकेएस एलनगोवन भी उच्च सदन का हिस्सा बन गए हैं।
दूसरी ओर, आंध्र प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल वाइएसआर कांग्रेस के डमी प्रत्याशी वी. सुनंदा रेड्डी के नामांकन वापस लेने के साथ ही चार प्रमुख प्रत्याशियों का रास्ता साफ हो गया है। लिहाजा, भाजपा की सहयोगी तेदेपा के समर्थित प्रत्याशी रेल मंत्री सुरेश प्रभु, वाइ. सत्यनारायण चौधरी, तेदेपा के टीजी वेंकटेश और विजयसाइ रेड्डी राज्यसभा पहुंच गए हैं।
जबकि बिहार में सत्तारूढ़ जदयू के शरद यादव, राजद के समर्थन वाले सुप्रीम कोर्ट के प्रख्यात वकील राम जेठमलानी और राजद सुप्रीमो की बेटी मीसा भारती समेत पांच प्रत्याशी निर्विरोध राज्यसभा पहुंच गए हैं। गौरतलब है कि लालू के रांची में करोड़ों के चारा घोटाले की पैरवी जेठमलानी ही कर रहे हैं। बिहार से राज्यसभा में अपनी जगह पक्की करने वाले दो अन्य उम्मीदवारों में जद यू के रामचंद्र प्रसाद सिंह और भाजपा के गोपाल नारायण सिंह हैं।
इसी तरह पंजाब से कांग्रेस नेता अंबिका सोनी और पंजाब के सत्तारूढ़ अकाली दल के बलविंदर सिंह भुंडर राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुने गए हैं। पंजाब से राज्यसभा की दो सीटें 4 जुलाई को खाली हो रही हैं। गुजरात से भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम रुपाला निर्विरोध चुने गए।