77th Independence Day: 1947 में जब देश आजाद हुआ था तो ऐसे मनाया गया था जश्न, देखें VIDEO
Happy Independence day पंडित नेहरू ने कहा कि समय अच्छा रहा हो या बुरा, भारत अपने आदर्शों से कभी विमुख नहीं हुआ।
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Thu, 10 Aug 2023 12:59:33 PM (IST)
Updated Date: Tue, 15 Aug 2023 07:19:29 AM (IST)
पंडित नेहरू ने अपने भाषण में कहा था कि ये ऐसा समय है जो इतिहास में बेहद कम देखने को मिलता है।HighLights
- हजारों लाखों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था।
- ब्रिटिश हुकूमत को खदेड़ने के लिए देश में करीब 100 तक लंबा संघर्ष चला था।
- देश जब 1947 में आजादी हुआ था तो उसका जश्न भी देखने लायक था।
Independence Day 2023। जब-जब देश में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है तो देश के लोगों में देशभक्ति की भावना उबाल मारने लगती है। हम भारत के लोगों ने देश की आजादी के लिए कई बलिदान दिए हैं। हजारों लाखों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था, उसके बाद हमें अंग्रेजों के क्रूर शासन से आजादी मिली थी।
ब्रिटिश हुकूमत को खदेड़ने के लिए देश में करीब 100 तक लंबा संघर्ष चला था, उसके बाद देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था लागू हो सकी थी। देश जब 1947 में आजादी हुआ था तो उसका जश्न भी देखने लायक था। इसे आप यहां इस ऐतिहासिक वीडियो में देख सकते हैं।
15 अगस्त की मध्यरात्रि पंडित नेहरू ने दिया था ये भाषण
पंडित नेहरू ने अपने भाषण में कहा था कि ये ऐसा समय है जो इतिहास में बेहद कम देखने को मिलता है। भारत आज एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। सदियों से से शोषित भारत की आत्मा अब अपनी बात कह सकती है। जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि हम पूरे समर्पण के साथ भारत और उसकी जनता की सेवा के लिए प्रतिज्ञा ले रहे हैं। इतिहास की शुरुआत के साथ ही भारत ने खुद की खोज शुरू की और न जाने कितनी सदियां भारत की भव्य सफलताओं और असफलताओं से भरी हुई हैं।
नए अवसरों को खोलने का कदम
पंडित नेहरू ने कहा कि समय अच्छा रहा हो या बुरा, भारत अपने आदर्शों से कभी विमुख नहीं हुआ। आज एक युग का अंत हो रहा है, लेकिन दूसरे युग की तरफ भारत खुद को खोज रहा है। आज जिस उपलब्धि की हम खुशियां मना रहे हैं, वह नए अवसरों को खोलने की ओर केवल एक कदम है।
किसी भी आंख से आंसू न बहे
नेहरू ने देश के नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि अब हमें भविष्य में चैन से नहीं बैठना है। भारत की सेवा करना है। भारत के सेवा से मतलब है करोड़ों पीड़ितों की सेवा करना है। देश की गरीबी को मिटाना, बीमारियों और असमानता को खत्म करना है। हमारी पीढ़ी के सबसे महान व्यक्ति की यही इच्छा है कि किसी भी आंख में आंसू न रहें।