एजेंसी, नई दिल्ली। नेपाल में सरकार विरोधी आंदोलन और उससे उपजी हिंसा ने भारत की सीमाओं पर भी खतरे की घंटी बजा दी है। यूपी, बिहार, बंगाल और उत्तराखंड से सटे सीमावर्ती इलाकों में पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को अलर्ट मोड पर तैनात कर दिया गया है। व्यावसायिक गतिविधियों पर असर दिख रहा है और आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
बिहार सीमा पर तनाव
मंगलवार को नेपाल से आए आंदोलनकारी आगजनी करते हुए बिहार के गलगलिया सीमा क्षेत्र तक पहुंच गए थे, जिन्हें एसएसबी के जवानों ने खदेड़ दिया। इसके बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। किशनगंज एसपी सागर कुमार और एसएसबी ने मौके पर फ्लैग मार्च भी निकाला।
यूपी और बंगाल की सीमाएं सील
यूपी के सोनौली, ठूठीबारी, बढ़नी, खुनुआ और ककरहवा बार्डर पर सुरक्षा सख्त कर दी गई है। नेपाल हिंसा का असर श्रावस्ती, बहराइच और बलरामपुर तक पहुंच गया है। वहीं, पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से सटे कांकरभीट्टा और भद्रपुर में आंदोलनकारियों ने कई सरकारी कार्यालयों में आगजनी की। एसएसबी की 41वीं वाहिनी और सिलीगुड़ी फ्रंटियर को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
पर्यटकों और स्थानीय लोगों पर रोक
नेपाल सीमा से लगे इलाकों में पर्यटकों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है। जरूरतमंद स्थानीय लोगों को भी जांच और पूछताछ के बाद ही आने-जाने दिया जा रहा है। दार्जिलिंग जिले के पानीटंकी बॉर्डर पर नाका चेकिंग, डॉग स्क्वाड और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
उत्तराखंड की सीमाओं पर निगरानी
पिथौरागढ़ जिले में पुलिस और एसएसबी ने संयुक्त रूप से काली नदी किनारे और संवेदनशील इलाकों में गश्त तेज कर दी है। हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है और आम नागरिकों से तुरंत सूचना देने की अपील की गई है।
कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर
एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश की देखरेख में विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। हेल्पलाइन नंबर 0522-2390257, 0522-2724010 और 9454401674 तथा व्हाट्सएप नंबर 9454401674 जारी किए गए हैं। ये नंबर 24 घंटे सक्रिय रहेंगे और नेपाल में फंसे भारतीय नागरिक इन पर सीधे मदद मांग सकते हैं।