नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को दिल्ली कूच कर चुके हैं, जिसके कारण दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई है। डीएनडी फ्लाईवे और चिल्ला बॉर्डर पर यातायात बाधित हुआ है। रूट डायवर्जन और पुलिस चेकिंग के कारण सेक्टर 15ए से दिल्ली और कालिंदी कुंज से दिल्ली जाने वाले मार्गों पर लंबी कतारें लग गईं, जिससे लोगों को सुबह से ही भीषण जाम का सामना करना पड़ा।
2 दिसंबर 2024 को किसानों का दिल्ली कूच जारी है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, "किसानों को महामाया फ्लाईओवर पर रोका गया है। किसान दिल्ली की ओर जाना चाहते हैं क्योंकि समाधान दिल्ली से ही निकलेगा।" हालांकि, पुलिस किसानों को दिल्ली जाने से रोक रही है।
किसानों की प्रमुख मांगें:
किसानों के आंदोलन के कारण नोएडा सेक्टर 15ए से चिल्ला बॉर्डर की ओर जाने वाले ट्रैफिक में भारी जाम की स्थिति बनी हुई है। ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है और चिल्ला रेड लाइट को सिग्नल फ्री रखा गया है। बैरिकेडिंग कर दो लेन से ट्रैफिक को दिल्ली में एंट्री दी जा रही है।
#WATCH | Noida, UP | Protesting farmers climb over police barricades at Dalit Prerna Sthal as they march towards Delhi over their various demands pic.twitter.com/39xs9Zx5mn
— ANI (@ANI) December 2, 2024
नोएडा के सेक्टर 95 में स्थित दलित प्रेरणा स्थल पर किसानों ने धरना शुरू कर दिया है। पुलिस और प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ वार्ता होने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल पाया, जिसके बाद किसानों ने यहां धरने पर बैठने का फैसला लिया।
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी गई है। पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है, और ड्रोन से निगरानी भी की जा रही है। इस बीच, चिल्ला बॉर्डर पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद हैं।
#WATCH | Noida, UP: Joint CP Law and Order Noida, Shivhari Meena says, "The farmers had announced the 'Delhi Challo' march today and we were continuously holding talks with them. The farmers have told their demands to the officials and officials have given them an assurance. The… https://t.co/8oe1CclcCP pic.twitter.com/UATAfuhwDB
— ANI (@ANI) December 2, 2024
प्रदर्शनकारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगों का समाधान नहीं होता, वे घर नहीं लौटेंगे। प्रदर्शन में शामिल एक किसान नेता ने कहा, "सरकार के पास हमारी मांगें पूरी करने का समय है, अगर वे मान जाते हैं तो हम घर लौटेंगे, अन्यथा आगे के कार्यक्रमों की घोषणा करेंगे।"