बेंगलुरु। बेंगलुरु में CAA और NRC विरोध सभा में AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी में पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने वाली युवती को पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है और कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायीक हिरासत में भेज दिया है। Amulya Leona नाम की यह युवती इस घटना के बाद से ही चर्चा में है। हालांकि, ओवैसी ने युवती किसी तरह का संपर्क या पहचान होने से इनकार करते हुए उसकी इस हरकत का विरोध भी किया है। इस बीच Amulya का एक पुराना वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें वो अपने पीछे दूसरे लोगों का समर्थन होने का दावा करती सुनी जा सकती है।
जानिए कौन है Amulya Leone
बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क पर जारी CAA-NRC विरोधी रैली में जैसे ही AIMIM chief Asaduddin Owaisi मंच से उतरने लगे, एक युवती ने माइक थामा और पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने लगी। यह देखकर ओवैसी पलटे और युवती को रोका लेकिन वो नारे लगाती रही। आखिरकार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। यह युवती अमुल्या है जो बेंगलुरु के ही NMKRV कॉलेज की छात्रा है। अमूल्या यहां से पत्रकारिता में BA कर रही है।
कर्नाटक के चिकमंगलुर की रहने वाली अमूल्या ने अपनी शुरुआती शिक्षा St. Norbert CBSE School, Christ School Manipal और St. Joseph's School कोप्पा में की है। साथ ही उसने अपना PUC Mysore से किया है। अमूल्या कुछ मुस्लिमों से संपर्क में थी जिसका उसके पिता ने भी विरोध किया था लेकिन उसने उनकी बात नहीं मानी
इंटरव्यू में कहा था- मैं केवल चेहरा, पीछे कई लोग
अमुल्या का एक इंटरव्यू भी इस दौरान वायरल हो रहा है जिसमें वो यह कहती नजर आ रही है कि वो केवल चेहरा है और उसके पीछे कई बड़े एक्टिविस्ट, टीम और लॉबी है जो उसे ऐसा करने के लिए सपोर्ट करती है। हालांकि, यह इंटरव्यू काफी पुराना है और किसी तरह के विरोध प्रदर्शन से संबंधित है और इसका अमूल्या के ताजा कदम से संबंध नहीं है।
Amulya Leona,woman who chanted Pakistan Zindabad reveals she's just a face,there's a network of activists, student groups,advisory committee, content team who decide where she has to protest &what she has to speak. Who are those activists? Who's funding her?The truth must be out. pic.twitter.com/TGkzuCAl0G
— Sir Jadeja fan (@SirJadeja) February 20, 2020
पिता ने जताई नाराजगी
अमूल्या के इस कदम के बाद उसके पिता ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, इसे सहन नहीं किया जा सकता। मैंने उसे कई बार कहा कि मुस्लिमों के साथ ना रहे लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी। मैंने उसे कई बार यह भी कहा कि भड़काऊ बयान ना दे लेकिन उसने यह बात भी नहीं मानी। मैं हार्ट का पेशेंट हूं और मैंने उसे यहां आने के लिए कहा लेकिन वो मुझे खुद ही अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने को कहा। मैंने तब फोन काट दिया था और उसके बाद से ही हमारी बात नहीं हुई है।