बेंगलुरु। आंध्रप्रदेश के विधानसभा चुनाव में 175 में से 151 सीटें लेकर जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वायएसआर कांग्रेस सत्तारूढ़ होने जा रही है। वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाईएस जगनमोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के बेटे हैं और अब राज्य के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ग्रहण करेंगे। जगनमोहनएक सफल बिजनेसमैन के तौर पर भी जाने जाते हैं।
राज्य में चंद्रबाबू नायडू को करारी शिकस्त देने वाले जगन का जन्म 21 दिसंबर 1972 को आंध्र प्रदेश के कड़प्पा जिले में हुआ। अपनी स्कूली शिक्षा हैदराबाद पब्लिक स्कूल से की। निजाम कॉलेज से स्नातक करने के बाद एमबीए किया। 1996 में विवाह हुआ। उनकी दो बेटियां हैं।
राजनीति में आने से पहले जगन ने 1999-2000 में कर्नाटक के पास संदूर में पावर कंपनी स्थापित कर बिजनेस की शुरुआत की। इस कंपनी का कामकाज पूर्वोत्तर के राज्यों तक बढ़ाया। 2004 में उनके पिता वाईएस राजशेखर रेड्डी आंध्रप्रदेश के सीएम बने तो जगन का कारोबार परवान चढ़ने लगा। अब बिजनेस का दायरा इन्फ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट निर्माण और मीडिया तक पहुंच गया। वह तेलुगु अखबार साक्षी और चैनल साक्षी टीवी के संस्थापक हैं।
2009 में पिता की मौत और उथल-पुथल
जगन के पिता वायएसआर रेड्डी का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया। मुख्यमंत्री पद पर जगन खुद बैठना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं थी और राजशेखर सरकार में वित्त मंत्री रहे के. रोसैया को मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया। 2010 में ओडारपु यात्रा के लिए निकल पड़े। इस यात्रा का मकसद उनके पिता की मौत की खबर से आत्महत्या कर चुके लोगों और बीमार पड़े लोगों के परिवारों से मिलकर उन्हें ढांढ़स बंधाना था। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि जगन यह यात्रा करें। जगन के साथ कांग्रेस के कई विधायक भी थे। रोसैया ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।
उनकी जगह कांग्रेस ने किरण कुमार रेड्डी को नया मुख्यमंत्री बनाया। इसके बाद जगन ने 29 नवंबर, 2010 को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
नई पार्टी बनाई
मार्च 2011 में जगन ने युवजन श्रमिक रायथु कांग्रेस (वायएसआर कांग्रेस) का गठन किया। मई, 2011 में जब कडप्पा लोकसभा सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल की। 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में वायएसआर कांग्रेस ने आंध्र की 175 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और 67 सीटें जीतीं। ताजा विधानसभा चुनाव में वायएसआर कांग्रेस ने 151 सीटें जीती हैं।