
एजेंसी, पटना। Bihar Politics: बिहार चुनाव में एनडीए को एतिहासिक दो तिहाई बहुमत मिला। महागठबंधन की प्रमुख पार्टी राजद नेता प्रतिपक्ष बनाने की स्थिति लायक सीट तक नहीं जाती पाई। इस परिणाम के बाद लालू परिवार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने भाई तेजस्वी यादव, सलाहकार संजय यादव व रमीज पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी व परिवार को छोड़ दिया है।
दरअसल, लालू यादव ने अपनी राजनीतिक विरासत को तेजस्वी यादव को सौंप दिया है। वह अब पूरी तरह से राजद की कमान संभाले हुए हैं। ऐसे में उनके लिए रणनीति बनाने का काम मुख्यरूप से संजय यादव करते हैं, जिसमें उनकी मदद रमीज करते हैं। ऐसे में इस बड़ी हार की जिम्मेदारी पार्टी के प्रदर्शन से नाराज व हताश कार्यकर्ता संजय यादव व रमीज को मान रहे हैं।
पहला पोस्ट- रोहिणी आचार्य का कहना है कि कार्यकर्ताओं की बात को पार्टी के बीच में उन्होंने रखा, तो उनको अपमानित किया गया। ऐसे में सम्मान को बचाए रखने के लिए उन्होंने पार्टी और परिवार से खुद को अलग कर लिया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि कल एक बेटी, एक बहन , एक शादीशुदा महिला , एक मां को जलील किया गया, गंदी गालियां दी गयीं, मारने के लिए चप्पल उठाया गया, मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया, सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी।
कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए मां-बाप बहनों को छोड़ आई, मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया। मुझे अनाथ बना दिया गया।
दूसरा पोस्ट- कल मुझे गालियों के साथ बोला कि मैं गंदी हूं और मैंने अपने पिता को अपनी गंदी किडनी लगवा दी। करोड़ों रूपए लिए, टिकट लिया, तब लगवाई गंदी किडनी। सभी बेटी-बहन, जो शादीशुदा हैं, उनको मैं बोलूंगी कि जब आपके मायके में कोई बेटा-भाई हो, तो भूल कर भी अपने भगवान रूपी पिता को नहीं बचाएं। अपने भाई, उस घर के बेटे को ही बोले कि वो अपनी या अपने किसी हरियाणवी दोस्त की किडनी लगवा दे।
सभी बहन-बेटियां अपना घर-परिवार देखें, अपने माता-पिता की परवाह किए बिना अपने बच्चे, अपना काम, अपना ससुराल देखें, सिर्फ अपने बारे में सोचें। मुझसे तो ये बड़ा गुनाह हो गया कि मैंने अपना परिवार, अपने तीनों बच्चों को नहीं देखा। किडनी देते वक्त न अपने पति, न अपने ससुराल से अनुमति ली।
अपने भगवान, अपने पिता को बचाने के लिए वो कर दिया जिसे आज गंदा बता दिया गया। आप सब मेरे जैसी गलती, कभी ना करें किसी घर रोहिणी जैसी बेटी ना हो।