उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़ी सबसे बड़ी खबर यह है कि मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव भाजपा में शामिल होने जा रही हैं। अब तक की खबर के मुताबिक, थोड़ी देर में भापजा की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस होने जा रही है, जिसमें अपर्णा यादव (Aparna Yadav) विधिवत रूप से भाजपा की सदस्यता लेंगी। यहां तक कहा जा रहा है कि भाजपा उन्हें लखनऊ कैंट से उम्मीदवार बना सकती है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा नेता स्वतंत्रदेव सिंह इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे। हाल के दिनों में भाजपा के कुछ मंत्री और विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। वहीं Aparna Yadav का भाजपा में शामिल होना, भगवा पार्टी की ओर से काउंटर अटैक बताया जा रहा है। इससे पहले मुलायम के समधी हरिओम यादव भी भाजपा का दामन थाम चुके हैं.
भाजपा में शामिल हुए पूर्व IPS अफसर असीम अरुण
इस बीच, पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण रविवार को लखनऊ में पार्टी कार्यालय में भाजपा में शामिल हो गए। इस मौके पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद थे। भाजपा में शामिल होने के बाद असीम अरुण ने कहा कि मैं आज बहुत खुश हूं, संतुष्ट हूं। भाजपा के पास नया नेतृत्व विकसित करने का विजन है। वे इसे एक योजना की तरह चलाते हैं। मैं भी इस योजना का हिस्सा हूं। मुझे यह अवसर देने के लिए मैं पार्टी का बहुत आभारी हूं। असीम अरुण ने कहा कि योगी राज के तहत यूपी में कानून व्यवस्था की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. पुलिस को ही नहीं बल्कि पूरी व्यवस्था को ऐसी शक्ति देने के लिए मैं सीएम योगी का धन्यवाद करता हूं, जिससे सुधार हो सके।
Who is Aparna Yadav, all you need to know about Mulayam Singh Yadav Daughter In Law
Aparna Yadav, मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू हैं। अपर्णा, मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। अपर्णा यादव ने साल 2017 के यूपी चुनाव में लखनऊ की कैंट सीट ही से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. तब उन्हें बीजेपी प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी ने हरा दिया था।
अपर्णा यादव की लाइन कई बार परिवार की लााइन से अलग रही। कोर्ट का फैसला आने से पहले ही उन्होंने राम मंदिर बनाए जाने का समर्थन किया था। जब पद्मावती फिल्म पर विवाद हुआ था तब अपर्णा ने घूमर गाने पर डांस किया था और कहा था कि करणी सेना राजपूतों का सम्मान नहीं करती है। जब समाजपार्टी की कमान संभालने को लेकर मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच रस्साकशी चल रही थी, तब अपर्णा ने कहा था कि अखिलेश को पार्टी का पूरा कामकाज नेताजी के सुपुर्द कर देना चाहिए।