Sapna Chaudhary Case: जानी-मानी हरियाणवी डांसर सपना चौधरी ने धोखाधड़ी के एक मामले में सोमवार को लखनऊ के एसीजेएम कोर्ट में सरेंडर किया। सपना चौधरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी था और अगर वो सरेंडर नहीं करतीं, तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता था। इसी मामले में सपना चौधरी अदालत में हाजिर हुईं और अपने खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट निरस्त करने की गुहार लगाई। एसीजेएम शांतनु त्यागी ने अर्जी मंजूर करते हुए 20 हजार का निजी मुचलका दाखिल करने का आदेश दिया। एसीजेएम कोर्ट ने सपना चौधरी को कस्टडी में लिया, लेकिन कुछ ही देर में वारंट निरस्त करते हुए उन्हें कस्टडी से मुक्त कर दिया।
पिछले 22 अगस्त को अदालत ने गैरहाजिर रहने पर अभियुक्ता सपना चौधरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया था। उस रोज इस मामले में सपना समेत अन्य अभियुक्तों पर आरोप तय करने के मसले पर सुनवाई थी। लेकिन सपना चौधरी उपस्थित नहीं हुईं। उनकी तरफ से हाजिरी माफी की अर्जी भी नही दी गई जबकि अन्य अभियुक्तों की ओर से हाजिरी माफी की अर्जी दी गई थी। कोर्ट ने सपना चौधरी का वारंट इस शर्त पर निरस्त लिया कि वो इस मामले में कोर्ट की सुनवाई में पेश होंगी और जांच में पूरा सहयोग करेंगी।
लखनऊ के आशियाना थाना में सपना चौधरी समेत अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी मामले में FIR दर्ज की गई थी। सपना चौधरी पर आरोप है कि वो पैसे लेने के बावजूद डांस शो में नहीं पहुंची थीं। इसी मामले में सपना के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। ये पूरा मामला 13 अक्टूबर 2018 का है। तब आशियाना के एक निजी क्लब में सपना चौधरी का शो आयोजित कराया गया था। शो के टिकट ऑनलाइन और ऑफलाइन बेचे गए थे। सपना को दोपहर तीन बजे कार्यक्रम में आना था और कार्यक्रम को रात 10 बजे तक चलना था। लेकिन वो इस शो में नहीं पहुंची।
टिकट लेकर सपना को देखने पहुंचे हजारों दर्शक उनके नहीं आने पर भड़क गए और उन्होंने जमकर हंगामा किया। लोगों ने टिकट के पैसे वापस करने की मांग की और आयोजकों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ की। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद ही आयोजकों ने आशियाना थाना में सपना चौधरी समेत अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी मामले में FIR दर्ज कराई थी।