नईदुनिया ,डिजिटल डेस्क। चार महीने तक देश को झमाझम बारिश से राहत देने वाला मानसून(Monsoon) आधिकारिक रूप से विदा हो गया है। मौसम विभाग((IMD Alert) ने इसकी घोषणा कर दी। हालांकि, अलविदा होते-होते भी मानसून ने कई हिस्सों में जोरदार बारिश(Rain forecast) की और लोगों को उमस और गर्मी से राहत दी। चलिए, जानते हैं कि आज किन हिस्सों((Aaj Ka Mausam) में भारी बारिश होगी।
अगले 24 घंटे के दौरान((Weather Update Today)
अंडमान-निकोबार में मध्यम से भारी वर्षा की संभावना है। उत्तराखंड, पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक और कोंकण-गोवा में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, मराठवाड़ा, केरल और लक्षद्वीप में भी हल्की बारिश का अनुमान है। दिल्ली-एनसीआर(Delhi NCR rain) में मानसून विदाई से पहले एक आखिरी फुहार पड़ सकती है।
उत्तर प्रदेश में वज्रपात से 22 मौतें
मानसून की विदाई से पहले पूर्वांचल से शुरू हुई बारिश मंगलवार को मध्य और पश्चिम यूपी तक पहुंची। इस दौरान बिजली गिरने से 22 लोगों की जान चली गई। कानपुर और आसपास के जिलों में सबसे ज्यादा 14 मौतें हुईं। प्रयागराज, श्रावस्ती, हाथरस, अलीगढ़, बांदा, मथुरा और फिरोजाबाद में भी लोग वज्रपात की चपेट में आए। संभल में एक स्कूल पर बिजली गिरने से छत ढह गई और छह बच्चे घायल हो गए। कई जिलों में बाजरा, आलू और सरसों जैसी फसलों को भी नुकसान हुआ।
तीन दिन और बरसेंगे बादल
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिनों तक यूपी के 40 जिलों में वर्षा का दौर जारी रह सकता है। शुक्रवार को मध्य और पूर्वी यूपी के लगभग सभी जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान फतेहपुर में बिजली गिरने से पिता-पुत्र समेत पांच लोगों की मौत हुई। कन्नौज और महोबा में तीन-तीन, जबकि प्रयागराज, बांदा, कानपुर और चित्रकूट में एक-एक मौत दर्ज की गई।
अक्टूबर 2025 के दौरान वर्षा का संभाव्य पूर्वानुमान
Probabilistic Forecast for the rainfall during October 2025
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— India Meteorological Department (@Indiametdept) September 30, 2025
मानसून का बैलेंस शीट
इस साल देश में सामान्य से 8% अधिक बारिश हुई। जहां सामान्य वर्षा 868.6 मिमी मानी जाती है, वहीं इस बार 937.2 मिमी दर्ज की गई। हालांकि, बाढ़ और भूस्खलन के कारण करीब 1500 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 935 बाढ़ और भारी बारिश से तथा 570 वज्रपात से मारे गए। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के मुताबिक यह मानसून सफल रहा, लेकिन उत्तर-पूर्व में सामान्य से 20% कम वर्षा दर्ज की गई।