मुस्लिम पंचायत ने लगाई दहेज पर रोक, फैसले में डीजे, डांस, आतिशबाजी पर भी पाबंदी
पंचायत में कुछ लोगों ने शादी में बढ़-चढ़कर दिखावा करने और दहेज लेन-देन से गरीबों को होने वाली परेशानी का मुद्दा उठाया।
By Navodit Saktawat
Edited By: Navodit Saktawat
Publish Date: Sun, 21 Mar 2021 08:57:14 PM (IST)
Updated Date: Sun, 21 Mar 2021 09:02:58 PM (IST)
हरिद्वार में मुस्लिम समाज की पंचायत में कई अहम फैसले लिए गए। इसमें मुस्लिम समाज को शादी में डीजे और आतिशबाजी नहीं कराने की हिदायत दी गई। वहीं, पंचायत में यह भी निर्णय लिया गया कि बरात में केवल 25 लोग ही जा सकेंगे। बरात में महिलाओं व बालिग लड़कियों को भी नहीं ले जाने का फैसला लिया गया। साथ ही, दहेज के लेन-देन पर भी पाबंदी लगाने का निर्णय लिया गया। शनिवार देर रात मंगलौर के मोहल्ला मलिकपुरा स्थित मदरसा तुल मोमिनीन में मुस्लिम समाज के व्यक्तियों की पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में कुछ लोगों ने शादी में बढ़-चढ़कर दिखावा करने और दहेज लेन-देन से गरीबों को होने वाली परेशानी का मुद्दा उठाया। पंचायत में निर्णय लिया कि यदि किसी मुसलमान के यहां डीजे, डांस, गाना, आतिशबाजी और खड़े होकर खाना खिलाने की व्यवस्था होगी तो उसके यहां कोई शरीक नहीं होगा। जबकि लड़कियों को दहेज देने के बजाय शरीयत के मुताबिक उन्हें विरासत में हिस्सा दिया जाएगा। इसके अलावा मंगनी, जूता छिपाई की रस्म और सलामी आदि जैसी गैर शरई रस्मों पर पूरी तरह पाबंदी लगाई गई है।