नई दिल्ली। कनाडा की एयरक्राफ्ट कंपनी बॉम्बडियर इंक के इंजिनियर चार्ल्स बॉम्बडियर ने एक हाइपरसोनिक जेट 'ऐंटिपोड' का कॉन्सेप्ट तैयार किया है। यह 24 मैक की अधिकतम रफ्तार से उड़ सकता है। यानी इसके जरिये लंदन से न्यूयॉर्क की दूरी 11 मिनट में तय हो सकेगी।
एक मैक 1195 किमी/घंटे की रफ्तार के बराबर होता है। यह गति ध्वनि की गति के बराबर होती है। जितने मैक विमान की रफ्तार होती है, वह ध्वनि की गति से उतने गुना तेजी से उड़ान भर रहा होता है।
दोनों देशों के बीच की दूरी 5576 किमी है और वर्तमान में इस दूरी को तय करने में नॉन स्टॉप करीब 7.55 घंटे का समय लगता है। चार्ल्स ने इससे पहले एक चार पंखों वाले एयरक्राफ्ट स्क्रीमर का भी डिजाइन तैयार करने का दावा किया था, जो 10 मैक की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। उनका कहना था कि स्क्रीमर 75 यात्रियों को ले जा सकता है।
इस विमान की लागत 15 करोड़ डॉलर प्रति विमान होगी। यह न्यूयॉर्क से पेरिस की 5833 किमी की दूरी 12 मिनट, सिडनी की 15979 किमी दूरी 32 मिनट, टोक्यो की 10842 किमी की दूरी 22 मिनट में पूरी कर सकता है।
भारत की राजधानी दिल्ली से न्यूयॉर्क के बीच की 11,747 किमी की दूरी करीब 23 मिनट में पूरी हो सकेगी। वर्तमान में इस दूरी को तय करने में 20 घंटे 50 मिनट का समय लगता है।
बॉम्बडियर ने बताया कि ऐंटिपोड की रफ्तार स्क्रीमर की रफ्तार के दोगुने से अधिक है और यह सबसे तेज विमान कॉन्कर्ड से 12 गुना तेज है। थ्योरी में उन्होंने दावा किया कि यह विमान 10 लोगों को 20 हजार किमी की दूरी तक एक घंटे से कम समय में पहुंचा सकता है।
अपनी वेबसाइट पर 'ऐंटिपोड' के बारे में बताते हुए बॉम्बडिया ने कहा है कि यह एयरक्राफ्ट व्यवसाय और सैन्य प्रयोग के लिए आदर्श है। ऐंटिपोड के दोनों विंग्स पर रॉकेट बूस्टर्स लगे होंगे, जिनकी मदद से यह 40 हजार फीट की ऊंचाई पर पांच मैक की रफ्तार से उड़ सकेगा।
इसके कुछ पलों बाद ही एयरक्राफ्ट में लगा सुपसोनिक इंजन चालू हो जाएगा, जिसके बाद यह एयरक्राफ्ट 24 मैक की रफ्तार पकड़ लेगा। इस रफ्तार पर ओवरहीटिंग से बचने के लिए जेट नासा की 'लॉन्ग पेनिट्रेशन मोड' का इस्तेमाल करेगा, जिसके द्वारा जेट के सामने और विंग्स पर लगे नोजल के जरिए एयर पास होती रहेगी, जो एयरक्राफ्ट की सतह के तापमान को ठंडा रखेगी।