New Wage Code: भारत सरकार देश में जल्द ही नया वेज कोड लागू करने वाली है। इसके बाद आपकी टेक होम सैलरी घटगी और टैक्स का बोझ भी बढ़ सकता है। नए वेज कोड में कहा गया है कि किसी भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 50 फीसदी से कम नहीं होगी। इस वजह से कर्मचारियों को मिलने वाले भत्तों का पैसा कम होगा और बेसिक सैलरी बढ़ेगी। इससे उनकी आय पर टैक्स भी ज्यादा लगेगा और हाथ में आने वाला पैसा भी कम होगा।
कैसे बदल जाएगा सैलरी का ढांचा
किसी कर्मचारी की कुल सैलरी में कई चीजें शामिल होती हैं। इनमें तीन से चार कंपोनेंट होते हैं। बेसिक सैलरी, हाउस रेंट अलाउंस, रिटायरमेंट बेनेफिट्स, ग्रेच्युटी, पेंशन और टैक्स बचाने वाले भत्ते जैसे- LTA और एंटरटेनमेंट अलाउंस। अब तक कंपनियां आमतौर पर बेसिक सैलरी 25 से 30 फीसदी ही रखती थी और बाकी का पैसा कई तरह के भत्ते के जरिए कर्मचारियों को दिया जाता था। नए वेज कोड के बाद भत्तों के जरिए मिलने वाला पैसा कम होगा और बेसिक सैलरी बढ़ेगी।
रिटायरमेंट में ज्यादा पैसा मिलेगा
बेसिक सैलरी बढ़ने पर कर्मचारियों के हाथ में कम सैलरी आएगी, पर पीएफ ज्यादा कटेगा और कर्मचारियों का भविष्य पहले से ज्यादा सुरक्षित होगा। पीएफ बढ़ने पर ग्रैच्युटी भी बढ़ेगी और रिटायर होने पर कर्मचारियों को ज्यादा पैसा मिलेगा। असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए भी नया वेज कोड लागू होगा। इससे सैलरी और बोनस के नियम बदलेंगे और हर सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में समानता आएगी।
सैलरी ज्यादा को टैक्स ज्यादा
नया वेज कोड लागू होने के बाद कर्मचारियों का सैलरी स्ट्रक्चर बदलेगा। इससे उन्हें टैक्स भी ज्यादा देना पड़ेगा। जिनकी सैलरी ज्यादा है उन्हें ज्यादा टैक्स देना पड़ेगा। वहीं कम इनकम वालों पर टैक्स की मार कम पड़ेगी। उनका PF के लिए योगदान बढ़ेगा, उन्हें सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख तक के योगदान पर टैक्स डिडक्शन मिलेगा इससे उनकी टैक्स देनदारी कम होगी।