Odisha Train Mishap: ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्य बच गए। सुब्रतो पाल, देबोश्री पाल और उनका बेटा बंगाल के महिसदल, पुरबा मेदिनीपुर के मलूबसन गांव के रहने वाले हैं। वे अपने बच्चे को डॉक्टर को दिखाने के लिए चेन्नई जा रहे थे। सुब्रतो पाल ने एएनआई को बताया कि उन्हें इस घटना के बाद नया जीवन मिला है। हम शुक्रवार को खड़गपुर स्टेशन से चेन्नई के लिए रवाना हुए थे। बालासोर स्टेशन के बाद ट्रेन को झटका लगा।
उन्होंने कहा, 'हमने डिब्बे को धुएं से भरते देखा। स्थानीय लोग मेरी सहायता के लिए आए और उन्होंने मुझे बाहर निकाला। ऐसा लगता है भगवान ने मुझे दूसरा जीवन दिया है।' सुब्रतो की पत्नी देबोश्री ने कहा कि दुर्घटना के समय जो दृश्य देखा वह दिमाग से कभी नहीं जाएगा।
उन्होंने बताया कि हम अपने बेटे के इलाज के लिए चेन्नई जा रहे थे। हादसा बालासोर में हुआ। हम कुछ समझ नहीं पा रहे थे। यह हमारे के लिए दूसरी जिंदगी की तरह है। जब तक मैं जीवन हूं, ये दृश्य मेरे दिमाग से कभी नहीं हटेंगे। इस बीच अधिकारियों के अनुसार, बालासोर हादसे में 238 लोग मारे गए और 900 से अधिक घायल हो गए।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त के राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र द्वारा जारी एक प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना बहनागा बाजार स्टेशन पर शाम करीब 7 बजे हुई। बयान में कहा गया है कि दवाओं के साथ मेडिकल टीमों को इलाज के लिए दुर्घटनास्थल पर भेजा गया है। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 200 से अधिक एंबुलेंस हैं। सरकार ने यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए मुफ्त परिवहन सुविधा प्रदान कर रही है।
Odisha Train Accident Photo Video: ड्रोन कैमरे में कैद हुआ घटनास्थल का दृश्य, बिखरी पड़ी थीं बोगियां
Major train Accidents since 2012: भारत में 2012 के बाद हुए ये भीषण रेल हादसे, देखिए पूरी लिस्ट