
डिजिटल डेस्क। शुक्रवार को कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया, जहां मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। नियंत्रण रेखा पर संभावित घुसपैठ के प्रयास के बारे में विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर यह अभियान चलाया गया। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि का पता लगाया और घुसपैठियों को चुनौती दी, जिन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
चिनार कॉर्प्स ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "ऑपरेशन पिंपल, केरन, कुपवाड़ा: 07 नवंबर 2025 को घुसपैठ के प्रयास के संबंध में एजेंसियों से विशिष्ट खुफिया इनपुट के आधार पर कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती दी, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। संपर्क स्थापित हुआ और आतंकवादी फंस गए।''
अभियान अभी भी जारी है तथा सुरक्षाकर्मी क्षेत्र की तलाशी ले रहे हैं। इससे पहले 14 अक्टूबर को भारतीय सेना ने कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की एक कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया था।
उस समय अधिकारियों ने बताया था कि सेना के सतर्क जवानों ने एलओसी पर संदिग्ध हलचल देखी थी। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) 740 किलोमीटर लंबी है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय सीमा 240 किलोमीटर लंबी है। नियंत्रण रेखा घाटी के बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा और जम्मू जिले के कुछ हिस्सों में स्थित है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय सीमा जम्मू संभाग के जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में स्थित है।