डिजिटल डेल्क, इंदौर। केंद्र सरकार ने पैन 2.0 परियोजना की शुरुआत की है, जिससे पैन कार्ड से जुड़ी सेवाओं में सुधार हो सकेगा। इस नए अपडेट के तहत पैन कार्ड धारकों को कई तरह के फायदे मिलेंगे और इसके साथ कुछ अहम बदलाव भी होंगे। हालांकि, आपको नया पैन कार्ड प्राप्त करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं इस परियोजना के बारे में विस्तार से...
अगर, आपको लगता है कि पैन 2.0 के लागू होने पर नया पैन कार्ड लेना पड़ेगा, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि पुराना पैन कार्ड पहले जैसा काम करता रहेगा। नए पैन कार्ड की जरूरत सिर्फ तब पड़ेगी, जब आप अपनी पैन जानकारी में कोई बदलाव या सुधार करना चाहें।
पैन कार्ड पर पहले से क्यूआर कोड मौजूद था, लेकिन अब उसे अपग्रेड किया है। नए पैन कार्ड में क्यूआर कोड को स्कैन करने पर कार्डधारक की तस्वीर, हस्ताक्षर, नाम, माता-पिता का विवरण और जन्म तिथि जैसी महत्वपूर्ण जानकारी दिखाई देंगी। यह बदलाव पैन कार्ड को और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाएगा।
अगर, आपने पहले ही पैन कार्ड के लिए आवेदन किया है, तो आपको अपने पैन कार्ड में कोई बदलाव करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पैन 2.0 सिर्फ उन्हीं कार्डधारकों के लिए है, जो अपनी जानकारी में कोई बदलाव या सुधार करना चाहते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर, आपको नाम, जन्म तिथि या पते में सुधार करना है, तो आपको नया पैन कार्ड लेना होगा।
आयकर अधिनियम की धारा 272B के तहत पैन से संबंधित नियमों का उल्लंघन करने पर 10 हजार रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। कोई व्यक्ति पैन कार्ड लेने में विफल रहता है, गलत पैन जानकारी का इस्तेमाल करता है या कर कटौती से संबंधित जानकारी में गलत पैन नंबर देता है, तो उस पर जुर्माने लग सकता है।
नया पैन 2.0 सिस्टम डुप्लिकेट पैन कार्ड के आवेदन को पहचानने के लिए एक शानदार तकनीक का उपयोग करता है। इससे यह तय होगा कि एक व्यक्ति के पास एक से ज्यादा पैन कार्ड न हों, जो अब तक एक आम समस्या थी।
पैन 2.0 के तहत पैन कार्ड धारक अपनी व्यक्तिगत जानकारी को मुफ्त में अपडेट कर सकते हैं। इसमें ईमेल, मोबाइल नंबर, नाम, जन्म तिथि, पता आदि शामिल हैं। इस सुविधा से पैन धारकों को अपनी जानकारी को सही रखने में मदद मिलेगी।