बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने के लिए पंच पूजा शुरू
कड़ाके की ठंड के दस्तक देने के साथ ही बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
By
Edited By:
Publish Date: Fri, 16 Nov 2018 06:52:53 PM (IST)
Updated Date: Fri, 16 Nov 2018 07:00:22 PM (IST)

बदरीनाथ। शीतकाल के लिए भू-वैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने से पूर्व होनी वाली पंच पूजाएं शुक्रवार से शुरू हो गईं। पहले दिन धाम में गणेश मंदिर के कपाट बंद किए गए।
बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को बंद किए जाएंगे। बदरीनाथ धाम में कपाट बंद होने से पूर्व पंच पूजाओं का विशेष महत्व है। इसकी प्रक्रिया गणेश मंदिर के कपाट बंद करने के साथ हुई।
धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी के सानिध्य में धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल और वेदपाठियों ने पूजा-अर्चना के बाद गणेश मंदिर के कपाट बंद किए।
शनिवार को धाम में तप्त कुंड के निकट धूनी रमाये भगवान आद्य केदारेश्वर मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे। 18 नवंबर को खड़ग पुस्तक की पूजा होगी। खड़ग पुस्तक की पूजा का विधान लोक विरासत का हिस्सा भी है।
19 नवंबर को मां लक्ष्मी का आह्वान किया जाएगा। इस दिन रावल भगवान की सखी का वेश धारण कर मां लक्ष्मी को भगवान नारायण के साथ गर्भगृह में आने का न्यौता देंगे।
20 नवंबर को दोपहर बाद 3ः21 बजे विधि-विधान के साथ बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे। इससे पूर्व, भगवान नारायण के सखा उद्धव जी के विग्रह को भगवान के सानिध्य में गर्भगृह से बाहर लाया जाएगा और मां लक्ष्मी के विग्रह को भगवान के निकट विराजमान किया जाएगा।